तृणमूल कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि अलीपुरद्वार के सांसद जॉन बारला को केंद्रीय मंत्री बनाना यह साबित करता है कि भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल के विभाजन का समर्थन करती है।
उत्तर बंगाल में भाजपा की पैठ बढ़ाने के मुख्य रणनीतिकारों में से एक बारला ने हाल में राज्य से क्षेत्र को अलग कर केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में उन्हें अल्पसंख्यक मामलों के राज्यमंत्री के तौर पर शामिल किया गया है।
तृणमूल नेता सौगत राय ने कहा, पिछले दो वर्षों से बारला विभाजन समर्थक हैं, मैंने उन्हें कभी सदन में ठीक से बोलते हुए नहीं देखा, वह किस तरह के मंत्री होंगे, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने तृणमूल के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि पार्टी राज्य के विभाजन के पक्ष नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी को महसूस हुआ कि वह एक अच्छे मंत्री साबित होंगे और लोगों के लिए काम कर सकेंगे इसलिए उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।
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तृणमूल कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि अलीपुरद्वार के सांसद जॉन बारला को केंद्रीय मंत्री बनाना यह साबित करता है कि भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल के विभाजन का समर्थन करती है।
उत्तर बंगाल में भाजपा की पैठ बढ़ाने के मुख्य रणनीतिकारों में से एक बारला ने हाल में राज्य से क्षेत्र को अलग कर केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में उन्हें अल्पसंख्यक मामलों के राज्यमंत्री के तौर पर शामिल किया गया है।
तृणमूल नेता सौगत राय ने कहा, पिछले दो वर्षों से बारला विभाजन समर्थक हैं, मैंने उन्हें कभी सदन में ठीक से बोलते हुए नहीं देखा, वह किस तरह के मंत्री होंगे, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने तृणमूल के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि पार्टी राज्य के विभाजन के पक्ष नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी को महसूस हुआ कि वह एक अच्छे मंत्री साबित होंगे और लोगों के लिए काम कर सकेंगे इसलिए उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।