दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में सेना के एक ताबड़तोड़ ऑपरेशन में लश्कर के दो आतंकियों को मार गिराया गया। मारे गए आतंकियों में से एक लश्कर ए तैयबा का टॉप कमांडर अबु दुजाना है जो कि पिछले कई बार से सेना के घेराबंदी से भागने में कामयाब हुआ था। मुठभेड़ के बाद सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस में इसकी पुष्टि की।
सेना की ओर से जीओसी जेएस संधू और कश्मीर रेंज के आईजी मुनीर खान ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि दुजाना पिछले एक साल से आतंकी ऑपरेशंस में शामिल नहीं था बल्कि अय्याशी कर रहा था।
आईजी ने कहा कि मुठभेड़ के दौरान एक बार फिर हिंसक प्रदर्शनों के जरिए बाधा पहुंचाने की कोशिश की गई है। पुलिस के अनुसार एनकाउंटर के दौरान हिंसा के बीच कई लोग हवाई फायरिंग के दौरान घायल हुए हैं। वहीं आईजी ने कहा कि वो लोगों से मांग करते हैं कि आतंकी मुठभेड़ के दौरान मुठभेड़ स्थल के आसपास न जाएं। आईजी ने कहा कि पुलिस, सेना के साथ मिलकर आने वाले वक्त में भी ऐसे ऑपरेशन जारी रखेगी।
गौरतलब है कि मुठभेड़ शुरू होने के कुछ देर बाद ही ज़िले में इंटरनेट सेवाएँ बंद कर दी गई ताकि अफवाहों पर रोक लगाई जा सके। इस बीच जैसे ही ज़िले में आतंकियों के मारे जाने की खबर फ़ैली तो आस पास के गाँव से लोगों द्वारा मुठभेड़ स्थल की ओर मार्च निकालने की कोशिश की गई जहां मुठभेड़ जारी थी लेकिन सुरक्षाबलों ने उन्हे आगे बढ्ने से रोका गया। इस बीच प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच हिंसक भिड़ंत शुरू हुई।
दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में सेना के एक ताबड़तोड़ ऑपरेशन में लश्कर के दो आतंकियों को मार गिराया गया। मारे गए आतंकियों में से एक लश्कर ए तैयबा का टॉप कमांडर अबु दुजाना है जो कि पिछले कई बार से सेना के घेराबंदी से भागने में कामयाब हुआ था। मुठभेड़ के बाद सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस में इसकी पुष्टि की।
सेना की ओर से जीओसी जेएस संधू और कश्मीर रेंज के आईजी मुनीर खान ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि दुजाना पिछले एक साल से आतंकी ऑपरेशंस में शामिल नहीं था बल्कि अय्याशी कर रहा था।