मध्य कश्मरी के बडगाम जिले के चाडूरा में बुधवार देर रात आतंकवादियों ने एक कश्मीरी टीवी महिला कलाकार अमरीन भट की घर के बाहर गोलीमार कर हत्या कर दी। गोलीबारी में उसका भतीजा भी घायल हो गया। भतीजे को सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत गंभीर है। घटना के बाद सुरक्षाबलों ने पूरा इलाका घेर लिया है। हमलावरों की तलाश की जा रही है।
इसबीच पुलिस ने कहा है कि वारदात को लश्कर के तीन आतंकियों ने अंजाम दिया है। मामले की जांच की जा रही है। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने टीवी कलाकार आमरीन की हत्या की निंदा की है। सिन्हा ने कहा कि हम आतंकी तंत्र को ध्वस्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि रात लगभग आठ बजे अमरीन भट (29) चाडूरा इलाके में अपने घर के बाहर भतीजे फुरहान जुबैर के साथ खड़ी थी। इसी दौरान वहां पहुंचे आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। गोलियां लगते ही अमरीन और उसका भतीजा जमीन पर खून से लथपथ होकर गिर पड़े। इसके बाद आतंकी वहां से भाग निकले।
आतंकियों के वहां से जाते ही परिजन व अन्य लोग दोनों घायलों को लेकर अस्पताल पहुंचे जहां डाक्टरों ने अमरीन को मृत घोषित कर दिया। जबकि उसके भतीजे को गंभीर हालत के कारण श्रीनगर के सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है। हमलावरों की तलाश में सघन अभियान चलाया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर सक्रिय थी अमरीन
बताया जाता है कि अमरीन सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय थी। देश में टिकटॉक पर प्रतिबंध लगने से पहले वह इस प्लेटफार्म पर अपने वीडियो को लेकर काफी मशहूर थीं। उनके फालोवर्स की संख्या भी काफी थी।
यह हमला उस वक्त हुआ है जब घाटी की हसीन वादियों में बॉलीवुड फिर लौटने लगा है। कभी फिल्मों की शूटिंग के लिए कश्मीर बॉलीवुड के लिए पहली पसंद हुआ करता था। एक बार फिर यूरोप और हिमाचल समेत अन्य स्थलों की ओर रुख करने वाले निर्माता-निर्देशकों का कश्मीर घाटी के प्रति रुझान बढ़ा है।
अनुच्छेद 370 हटने के बाद माहौल में आए बदलाव, सुरक्षा स्थिति में सुधार और उप राज्यपाल प्रशासन की ओर से घोषित पहली फिल्म नीति के चलते जम्मू-कश्मीर में फिल्म शूटिंग के लिए कई निर्माता निर्देशक पहुंच रहे हैं। फिल्म नीति घोषित होने के बाद एक साल से भी कम समय में 120 से अधिक फिल्मों की शूटिंग की अनुमति दी जा चुकी है। इनमें हिंदी के साथ ही दक्षिण भारतीय और पंजाबी फिल्में भी शामिल हैं।
प्रदेश में फिल्मों को बढ़ावा देने के लिए गठित जम्मू-कश्मीर फिल्म विकास परिषद की ओर से शूटिंग लोकेशन भी जारी की गई हैं ताकि इच्छुक फिल्म निर्माताओं को किसी विशेष प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। यदि कोई फिल्म शूटिंग के लिए अनुमति चाहता है तो सारी प्रक्रिया को चार से पांच दिनों में पूरा किया जा रहा है। 120 से ज्यादा फिल्मों की शूटिंग को अनुमति दे दी गई है। इनमें क्षेत्रीय फिल्में भी शामिल हैं। कई और आवेदन प्रक्रिया में है। टी सीरीज समेत कई नामी घराने यहां शूटिंग के लिए आ रहे हैं।
विस्तार
मध्य कश्मरी के बडगाम जिले के चाडूरा में बुधवार देर रात आतंकवादियों ने एक कश्मीरी टीवी महिला कलाकार अमरीन भट की घर के बाहर गोलीमार कर हत्या कर दी। गोलीबारी में उसका भतीजा भी घायल हो गया। भतीजे को सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत गंभीर है। घटना के बाद सुरक्षाबलों ने पूरा इलाका घेर लिया है। हमलावरों की तलाश की जा रही है।
इसबीच पुलिस ने कहा है कि वारदात को लश्कर के तीन आतंकियों ने अंजाम दिया है। मामले की जांच की जा रही है। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने टीवी कलाकार आमरीन की हत्या की निंदा की है। सिन्हा ने कहा कि हम आतंकी तंत्र को ध्वस्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि रात लगभग आठ बजे अमरीन भट (29) चाडूरा इलाके में अपने घर के बाहर भतीजे फुरहान जुबैर के साथ खड़ी थी। इसी दौरान वहां पहुंचे आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। गोलियां लगते ही अमरीन और उसका भतीजा जमीन पर खून से लथपथ होकर गिर पड़े। इसके बाद आतंकी वहां से भाग निकले।
आतंकियों के वहां से जाते ही परिजन व अन्य लोग दोनों घायलों को लेकर अस्पताल पहुंचे जहां डाक्टरों ने अमरीन को मृत घोषित कर दिया। जबकि उसके भतीजे को गंभीर हालत के कारण श्रीनगर के सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है। हमलावरों की तलाश में सघन अभियान चलाया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर सक्रिय थी अमरीन
बताया जाता है कि अमरीन सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय थी। देश में टिकटॉक पर प्रतिबंध लगने से पहले वह इस प्लेटफार्म पर अपने वीडियो को लेकर काफी मशहूर थीं। उनके फालोवर्स की संख्या भी काफी थी।
यह हमला उस वक्त हुआ है जब घाटी की हसीन वादियों में बॉलीवुड फिर लौटने लगा है। कभी फिल्मों की शूटिंग के लिए कश्मीर बॉलीवुड के लिए पहली पसंद हुआ करता था। एक बार फिर यूरोप और हिमाचल समेत अन्य स्थलों की ओर रुख करने वाले निर्माता-निर्देशकों का कश्मीर घाटी के प्रति रुझान बढ़ा है।
अनुच्छेद 370 हटने के बाद माहौल में आए बदलाव, सुरक्षा स्थिति में सुधार और उप राज्यपाल प्रशासन की ओर से घोषित पहली फिल्म नीति के चलते जम्मू-कश्मीर में फिल्म शूटिंग के लिए कई निर्माता निर्देशक पहुंच रहे हैं। फिल्म नीति घोषित होने के बाद एक साल से भी कम समय में 120 से अधिक फिल्मों की शूटिंग की अनुमति दी जा चुकी है। इनमें हिंदी के साथ ही दक्षिण भारतीय और पंजाबी फिल्में भी शामिल हैं।
प्रदेश में फिल्मों को बढ़ावा देने के लिए गठित जम्मू-कश्मीर फिल्म विकास परिषद की ओर से शूटिंग लोकेशन भी जारी की गई हैं ताकि इच्छुक फिल्म निर्माताओं को किसी विशेष प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। यदि कोई फिल्म शूटिंग के लिए अनुमति चाहता है तो सारी प्रक्रिया को चार से पांच दिनों में पूरा किया जा रहा है। 120 से ज्यादा फिल्मों की शूटिंग को अनुमति दे दी गई है। इनमें क्षेत्रीय फिल्में भी शामिल हैं। कई और आवेदन प्रक्रिया में है। टी सीरीज समेत कई नामी घराने यहां शूटिंग के लिए आ रहे हैं।