कोरोना वायरस के कारण लगाए गए लॅाकडाउन के इस समय एक बात जो सामने आ रही है वो है बच्चों का हद से ज्यादा वीडियो गेम्स और मोबाइल की तरफ झुकाव। कोरोना वायरस का खतरा इस कदर बढ़ गया है कि घर में रहना ही सबसे बेहतर विकल्प है। ऐसे में बच्चों के पास वीडियो गेम्स और मोबाइल जैसे विकल्प है। लॅाकडाउन से पहले बच्चे पार्क में अपने दोस्तों के साथ कई तरह के खेल खेला करते थे, जो उनके शारीरिक विकास के लिए जरूरी भी है। इस समय बाहर जाना सुरक्षित नहीं है इसलिए बच्चों ने वीडियो गेम्स और मोबाइल का विकल्प चुन लिया है। परंतु वीडियो गेम और मोबाइल का अधिक उपयोग बच्चों के लिए ठीक नहीं है।
वीडियो गेम और मोबाइल के अधिक इस्तेमाल से ये नुकसान हो सकते हैं
- वीडियो गेम और मोबाइल के अधिक इस्तेमाल से किसी और चीज में ध्यान नहीं लगता है। जो बच्चे अधिक वीडियो गेम खेलते हैं उनके दिमाग में बस गेम के बारे में ही विचार आते रहते हैं। ऐसे बच्चे लोगों से दूर रहने लगते हैं, जो एक तरह की मानसिक परेशानी है।
- इनका अधिक इस्तेमाल का असर सेहत पर भी पड़ता है। एक रिपोर्ट के अनुसार जो बच्चे वीडियो गेम और मोबाइल का अधिक इस्तेमाल करते हैं उन्हें कई तरह की मानसिक और शारीरिक बीमारियों का सामना करना पड़ता है।
अगर आप भी अपने बच्चों की इस आदत से परेशान हैं तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ टिप्स जिनसे बच्चों की ये आदत धीरे- धीरे कम हो जाएगी...
एक दम न करें बच्चों को इनसे दूर
- लॅाकडाउन के इस समय में बच्चों के पास कोई दूसरा विकल्प भी नहीं है, इसलिए उनका वीडियो गेम खेलना एकदम से बंद न कराएं। ऐसा करने से वो और भी अधिक परेशान हो जाएंगे। ये परेशानी उनके मानसिक तनाव का कारण भी बन सकती है। उनकी इस आदत को धीर-धीरे ही छुड़ाया जा सकता है।
बच्चों को घर के कामों में व्यस्त रखें
- इस समय आप अपने बच्चों से घर के छोटे-छोटे काम करवा सकते हैं। ऐसा करने से उनका मन भी लगा रहेगा और वो धीरे-धीरे घर के कामों में आपका साथ भी देने लगेंगे। विशेषज्ञों के अनुसार इस समय बच्चों को व्यस्त रखना जरूरी है, क्योंकि अगर उनके पास काम नहीं होगा तो वो फिर वीडियो गेम या मोबाइल में समय व्यतीत करने लगेंगे।
बच्चों के साथ समय बिताएं
- इस समय अपने बच्चों को आपकी सबसे ज्यादा जरूरत है। आप उनके साथ ज्यादा से ज्यादा समय व्यतीत करने का प्रयास करें। आपको बच्चों के साथ घर में रहकर ही तरह- तरह के काम कर सकते हैं। इस समय बच्चों के साथ मिलकर कुछ नया करने का प्रयास करें। ऐसा करने से बच्चों के मन में भी नए- नए ख्याल आएंगे और वो वीडियो गेम को छोड़ रोज कुछ नया करने का प्रयास करेंगे।