हर लड़की चाहती है कि उसका पार्टनर उससे बहुत प्यार करे और उनका रिश्ते में कभी भी किसी प्रकार की कोई परेशानी न आए। अगर आप छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखेंगी तो आपके और आपके पार्टनर के बीच कभी भी कोई परेशानी नहीं आएगी। सोशल मिडिया के इस दौर में हर कोई फोन में व्यस्त रहता है। आजकल हमारी लाइफ में कुछ भी होता है तो हम उस बात को अपने पार्टनर, दोस्तों या परिवार के सदस्यों से पलभर में कह देते हैं, पर ये आदत ठीक नहीं है। कभी-कभी हम पाटर्नर से ऐसी बात कह जाते हैं जो हमें नहीं कहनी चाहिए। ऐसे में रिश्तों के टूटने का डर बना रहता है। रिलेशनशिप एक्सपर्टस के अनुसार हमें कुछ परिस्थितियों में पार्टनर को मैसेज या कॅाल करने से परहेज करना चाहिए।
गुस्से में न करें कॅाल या मैसेज
- अपने पार्टनर को कभी भी उस समय मैसेज या कॅाल न करें जब आप गुस्से में हों। हो सकता है आप गुस्से में अपने पार्टनर से कुछ ऐसा कह दें जिससे आपके रिश्ते में परेशानियां आ जाएं। गुस्से में कभी भी किसी से कुछ नहीं कहना चाहिए। जब आपका गुस्सा शांत हो जाए तब अपने पार्टनर से बात करें।
पार्टनर व्यस्त हो तो न करें कॅाल, मैसेज
- आपको इस बात का विशेष ध्यान देना है कि अगर आपका पार्टनर किसी काम में व्यस्त हैं तो उसे बार- बार फोन या मैसेज कर डिस्टर्ब नहीं करना है। अगर आपका पार्टनर फोन नहीं उठा रहा है तो बार-बार कॅाल न करें। हो सकता है वो कहीं व्यस्त हों। आपके इस व्यवहार से पार्टनर नाराज हो सकता है।
रिश्ता नया है तो न करें अधिक मैसेज
- अगर आपका रिश्ता नया-नया है तो ज्यादा मैसेज या कॅाल न करें। पार्टनर को लगातार मैसेज या कॅाल करते रहने से पार्टनर का आपके प्रति अट्रैक्शन खत्म हो सकता है। एक हेल्दी रिलेशनशिप के लिए एक-दूसरे के प्रति अट्रैक्शन होना बहुत जरूरी है। अगर आपको अपने पार्टनर की याद भी आ रही है तो मैसेज या कॅाल न करें। अपने प्यार का इजहार बैलेंस तरीके से ही करना चाहिए।
पहली डेट के बाद
- पहली डेट के बाद कभी भी अपने पार्टनर को मैसेज या कॅाल न करें। अगर आप बार-बार अपने पार्टनर को कॅाल या मैसेज करेंगे तो आपके पार्टनर को लगेगा कि आप रिलेशनशिप को लेकर कुछ ज्यादा दिलचस्पी ले रही हैं और उनका आपके प्रति अट्रैक्शन खत्म हो जाएगा। नए रिलेशनशिप में बैलेंस बना करना चलना बहुत जरूरी है।