प्रशासन की सख्ती व रिकवरी का भय, अब राशन कार्डधारकों पर साफ दिखने लगा है। अंदाजा इसी से लगा जा सकता है कि अब तक 6300 राशन कार्डधारक अपने राशन कार्ड को सरेंडर कर चुके हैं। इस बीच अपात्र राशन कार्डधारकों को एक और मौका देते हुए शासन ने सरेंडर की अंतिम तिथि बढ़ाकर 24 मई कर दी है। अब तक सरेंडर करने की अंतिम तिथि 19 मई थी। राशन कार्ड सरेंडर करने को लेकर अपात्र राशन कार्डधारकों में आपाधापी का माहौल कितना अधिक है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सरेंडर करने के लिए संबंधित पूर्ति निरीक्षक कार्यालय पर भीड़ जुट रही है।
खाद्यान्न का लाभ उठा रहे अपात्र राशन कार्डधारकों पर अब शासन का शिकंजा कसता जा रहा है। बीते दिनों ही शासन ने निर्देशित किया था कि ऐसे राशन कार्डधारक जो अपात्र होते हुए भी राशन कार्डधारक के माध्यम से खाद्यान्न का लाभ उठा रहे हैं, वे अपना राशन कार्ड सरेंडर कर दें। यदि ऐसा नहीं किया, तो जांच होने पर अपात्र पाए जाने पर रिकवरी की जाएगी।
शासन के निर्देश पर प्रशासन की द्वारा बरती जा रही सख्ती के चलते अपात्र राशन कार्डधारक अपने राशन कार्ड सरेंडर करने लगे हैं। अब तक छह हजार से अधिक राशन कार्डधारक अपने राशन कार्ड वापस कर चुके हैं। जिलापूर्ति कार्यालय के गौरव ने बताया कि अब तक संबंधित तहसील में खुले पूर्ति निरीक्षक कार्यालय में राशन कार्ड को सरेंडर किया गया है।
इसमें टांडा तहसील में 1800, अकबरपुर में 1200, जलालपुर में दो हजार, आलापुर में 700 व भीटी में 600 राशन कार्ड का सरेंडर हुए हैं। अब तक राशन कार्ड सरेंडर करने की अंतिम तिथि 19 मई थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 24 मई तक कर दिया गया है।
राशन कार्ड सरेंडर करने के लिए लोगों की संबंधित तहसील परिसर में स्थित पूर्ति निरीक्षक कार्यालय में लोगों की लंबी भीड़ लग रही है। दरअसल रिकवरी का भय राशन कार्डधारकों पर साफ दिख रहा है। अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि प्रतिदिन राशन कार्ड सरेंडर करने के लिए सुबह से ही लोगों की संबंधित पूर्ति निरीक्षक कार्यालय में लाइन में लोग खड़े हो रहे हैं। इसके लिए भीषण गर्मी भी उन्हें कार्ड सरेंडर करने से पीछे नहीं कर पा रही है। अकबरपुर में सरेंडर करने के बाद अमर उजाला टीम से संदीप व अमजद ने कहा कि अच्छे नागरिक होने का परिचय देते हुये उन्होंने राशन कार्ड को सरेंडर कर दिया है। कहा कि शासन ने जो मानक तय किया है, उसके अनुसार ही उन्होंने राशन कार्ड सरेंडर किया है।
सरेंडर करने की बढ़ी तिथि
जिलापूर्ति अधिकारी राकेश कुमार का कहना है कि जिले में तेजी से लोग राशन कार्ड सरेंडर कर रहे हैं। कार्ड सरेंडर करने की अंतिम तिथि 19 मई थी, जिसे बढ़ाकर 24 मई कर दी गई है। ऐसे में अपात्र राशन कार्डधारकों को चाहिए कि किसी भी प्रकार की कार्रवाई से बचने के लिए राशन कार्ड सरेंडर कर दें।
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प्रशासन की सख्ती व रिकवरी का भय, अब राशन कार्डधारकों पर साफ दिखने लगा है। अंदाजा इसी से लगा जा सकता है कि अब तक 6300 राशन कार्डधारक अपने राशन कार्ड को सरेंडर कर चुके हैं। इस बीच अपात्र राशन कार्डधारकों को एक और मौका देते हुए शासन ने सरेंडर की अंतिम तिथि बढ़ाकर 24 मई कर दी है। अब तक सरेंडर करने की अंतिम तिथि 19 मई थी। राशन कार्ड सरेंडर करने को लेकर अपात्र राशन कार्डधारकों में आपाधापी का माहौल कितना अधिक है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सरेंडर करने के लिए संबंधित पूर्ति निरीक्षक कार्यालय पर भीड़ जुट रही है।
खाद्यान्न का लाभ उठा रहे अपात्र राशन कार्डधारकों पर अब शासन का शिकंजा कसता जा रहा है। बीते दिनों ही शासन ने निर्देशित किया था कि ऐसे राशन कार्डधारक जो अपात्र होते हुए भी राशन कार्डधारक के माध्यम से खाद्यान्न का लाभ उठा रहे हैं, वे अपना राशन कार्ड सरेंडर कर दें। यदि ऐसा नहीं किया, तो जांच होने पर अपात्र पाए जाने पर रिकवरी की जाएगी।
शासन के निर्देश पर प्रशासन की द्वारा बरती जा रही सख्ती के चलते अपात्र राशन कार्डधारक अपने राशन कार्ड सरेंडर करने लगे हैं। अब तक छह हजार से अधिक राशन कार्डधारक अपने राशन कार्ड वापस कर चुके हैं। जिलापूर्ति कार्यालय के गौरव ने बताया कि अब तक संबंधित तहसील में खुले पूर्ति निरीक्षक कार्यालय में राशन कार्ड को सरेंडर किया गया है।
इसमें टांडा तहसील में 1800, अकबरपुर में 1200, जलालपुर में दो हजार, आलापुर में 700 व भीटी में 600 राशन कार्ड का सरेंडर हुए हैं। अब तक राशन कार्ड सरेंडर करने की अंतिम तिथि 19 मई थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 24 मई तक कर दिया गया है।