न्यूज डेस्क, अमर उजाला, लखनऊ
Published by: ishwar ashish
Updated Thu, 21 May 2020 06:16 PM IST
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए रामलला के गर्भगृह की खुदाई में मिले मंदिरों के अवशेष पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा के ट्वीट करने पर सोशल मीडिया पर लोगों ने प्रतिक्रिया दी है।
संबित पात्रा ने ट्वीट किया कि सच को दबा सकते है। मगर बहुत दिनों तक छुपा नहीं सकते। एक दिन वो सामने ज़रूर आता है। अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के लिए हो रही खुदाई में दुर्लभ मूर्तियां सामने आई हैं।
दरअसल, रामजन्मभूमि परिसर के पुराने गर्भगृह स्थल के समतलीकरण का कार्य श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की देखरेख में 11 मई से चल रहा है। समतलीकरण के कार्य में अब तक खुदाई के दौरान मंदिर के अवशेष सहित विभिन्न कलाकृतियां, आमलक व विभिन्न प्रकार के पत्थर मिले हैं। इनमें देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियां, पुष्प, कलश और शिवलिंग भी शामिल हैं। जिस पर लोगों का कहना है कि इससे पुष्ट होता है कि यहां पहले राम मंदिर था।
संबित पात्रा के ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स ने अलग-अलग प्रतिक्रिया दी। एक यूजर ने कहा कि देश में कोरोना बेकाबू हो चुका है। मोदी सरकार ने हाथ खड़े कर दिए हैं अब लोगों का ध्यान भटकाने के लिए फिर से मंदिर मस्जिद वाला प्रोपेगेंडा खड़ा किया जा रहा है।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए रामलला के गर्भगृह की खुदाई में मिले मंदिरों के अवशेष पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा के ट्वीट करने पर सोशल मीडिया पर लोगों ने प्रतिक्रिया दी है।
संबित पात्रा ने ट्वीट किया कि सच को दबा सकते है। मगर बहुत दिनों तक छुपा नहीं सकते। एक दिन वो सामने ज़रूर आता है। अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के लिए हो रही खुदाई में दुर्लभ मूर्तियां सामने आई हैं।
दरअसल, रामजन्मभूमि परिसर के पुराने गर्भगृह स्थल के समतलीकरण का कार्य श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की देखरेख में 11 मई से चल रहा है। समतलीकरण के कार्य में अब तक खुदाई के दौरान मंदिर के अवशेष सहित विभिन्न कलाकृतियां, आमलक व विभिन्न प्रकार के पत्थर मिले हैं। इनमें देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियां, पुष्प, कलश और शिवलिंग भी शामिल हैं। जिस पर लोगों का कहना है कि इससे पुष्ट होता है कि यहां पहले राम मंदिर था।
संबित पात्रा के ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स ने अलग-अलग प्रतिक्रिया दी। एक यूजर ने कहा कि देश में कोरोना बेकाबू हो चुका है। मोदी सरकार ने हाथ खड़े कर दिए हैं अब लोगों का ध्यान भटकाने के लिए फिर से मंदिर मस्जिद वाला प्रोपेगेंडा खड़ा किया जा रहा है।