कोरोना महामारी और लॉकडाउन की मार झेल रहे निराश्रित लोगों की योगी सरकार आर्थिक मदद करेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अपने आवास पर लॉकडाउन की समीक्षा करते हुए यह घोषणा की।
सीएम योगी ने कहा है कि जिस निराश्रित व्यक्ति के पास राशन न हो, उसे अनाज के लिए एक हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
यदि किसी गंभीर बीमार निराश्रित व्यक्ति के पास आयुष्मान भारत योजना या मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का कार्ड नहीं है तो उसे तात्कालिक तौर पर दो हजार रुपये की मदद दी जाएगी।
निराश्रित व्यक्ति की मृत्यु होने पर उनके परिवार को अंतिम संस्कार के लिए पांच हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिया कि जिन निराश्रितों के पास राशन कार्ड नहीं है, उनके राशन कार्ड भी बनाए जाएं। ताकि उन्हें नियमित रूप से अनाज मिलता रहे।
सीएम ने कहा कि हर हाल में सुनिश्चित किया जाए कि प्रदेश में कोई भूखा न रहे। वहीं, सीएम ने गौ-आश्रय स्थलों के लिए अब तक 3,133 भूसा बैंकों की स्थापना का संज्ञान लेते हुए भूसा बैंक के काम को और तेजी से संचालित करने को कहा।
उन्होंने टिड्डी दल के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए कीटनाशक रसायनों के छिड़काव की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए। मॉनसून के मद्देनजर योगी ने कहा कि बरसात के मौसम से पहले तालाबों से मिट्टी की खुदाई का कार्य कराया जाए। इस कार्य में मनरेगा श्रमिकों का उपयोग किया जाए।
कोरोना महामारी और लॉकडाउन की मार झेल रहे निराश्रित लोगों की योगी सरकार आर्थिक मदद करेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अपने आवास पर लॉकडाउन की समीक्षा करते हुए यह घोषणा की।
सीएम योगी ने कहा है कि जिस निराश्रित व्यक्ति के पास राशन न हो, उसे अनाज के लिए एक हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
यदि किसी गंभीर बीमार निराश्रित व्यक्ति के पास आयुष्मान भारत योजना या मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का कार्ड नहीं है तो उसे तात्कालिक तौर पर दो हजार रुपये की मदद दी जाएगी।
निराश्रित व्यक्ति की मृत्यु होने पर उनके परिवार को अंतिम संस्कार के लिए पांच हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिया कि जिन निराश्रितों के पास राशन कार्ड नहीं है, उनके राशन कार्ड भी बनाए जाएं। ताकि उन्हें नियमित रूप से अनाज मिलता रहे।