हॉलीवुड के निर्देशक जॉन ग्रीसर की फिल्म हरे कृष्णा 15 दिसंबर को भारत में रिलीज होने जा रही है। राजधानी दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद समेत भारत के महत्वपूर्ण 16 शहरों में उज्जैन को रिलीज के लिए चुना गया है। उज्जैन में भी ये फिल्म 15 दिसंबर को रिलीज होगी।
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इस्कॉन मंदिर के पीआरओ राघव पंडित दास ने बताया कि इस फिल्म में यह दिखाया गया है कि कैसे एक भारतीय संन्यासी श्रील प्रभुपाद 1960 के दशक के अशांत समय में बिना पैसों और मदद के अमरीका पहुंचे और सात समंदर पार जाकर विभिन्न पश्चिमी देशों में सनातन धर्म का प्रचार किया। केवल अपने साहस, दृढ़ संकल्प और विश्वास की बदौलत उन्होंने विश्वव्यापी आध्यात्मिक घटना को प्रज्वलित किया, जिसे अब हरे कृष्ण आंदोलन कहा जाता है। प्रभुपाद ने विश्व में 108 मंदिर, कई कृषि समुदाय और गुरुकुलों की स्थापना की है।
फिल्म हरे कृष्णा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 10 में से 9.2 पॉन्ट्स मिले हैं, जो सर्वाधिक चर्चित फिल्म हैरी पॉटर को मिले 8.5 से ज्यादा है। यह फिल्म एक अप्रत्याशित, सफल और विवादास्पद क्रांतिकारी की सच्ची कहानी है।
इस फिल्म में पहले कभी नहीं देखे गए अभिलेखागारों के इस्तेमाल से प्रभुपाद के रिकॉर्ड किए गए शब्दों और उनके शुरुआती अनुयायियों के साथ साक्षात्कार हैं। फिल्म दर्शकों को उस सांस्कृतिक आंदोलन के ऐसे पहलूओं से रू-ब-रू कराती है जिसका जन्म हिप्पी संस्कृति के केंद्र न्यूयॉर्क और लंदन के मशहूर संगीत बैंड बीटल्स की दीवानगी के दौर में हुआ।
फिल्म को कई अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में सराहा गया और इलुमिनाती फिल्म समारोह 2017 में ज्यूरी पुरस्कार मिल चुका है।
हॉलीवुड के निर्देशक जॉन ग्रीसर की फिल्म हरे कृष्णा 15 दिसंबर को भारत में रिलीज होने जा रही है। राजधानी दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद समेत भारत के महत्वपूर्ण 16 शहरों में उज्जैन को रिलीज के लिए चुना गया है। उज्जैन में भी ये फिल्म 15 दिसंबर को रिलीज होगी।
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