पिता और सहेलियों की मदद से गुंजन ने बृजरानी को बचाया
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अमर उजाला ब्यूरो, बलरामपुर Updated Tue, 13 Nov 2018 03:28 PM IST
बृजरानी की पढ़ाई आठवीं के बाद रुकने वाली थी और उसका बाल विवाह भी हो ही जाता अगर उसकी दोस्त गुंजन त्रिपाठी और उसकी सहेलियों ने मिलकर बृजरानी की हर तरह से मदद न की होती।
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