कन्वर्जेंस डेस्क, अमर उजाला Updated Tue, 10 Jul 2018 05:38 PM IST
समलैंगिकता पर एक बार फिर कानूनी बहस छिड़ गई है। सहमति से दो वयस्कों के बीच शारीरिक संबंधों को फिर से अपराध की श्रेणी में शामिल करने के शीर्ष अदालत के फैसले को कई याचिकाएं दाखिल करके चुनौती दी गई है।