हम दिन-रात बहुत परिश्रम करते हैं इसके बाबजूद भी हमें कई बार उस मेहनत का उचित फल नहीं मिलता, हम परेशान हो जाते हैं पर कुछ समझ में नहीं आता। ऐसा होने के कई कारण हो सकते हैं। जिनमें घर में वास्तुदोष भी एक बड़ा कारण हो सकता है। वास्तु दोष उत्पन्न होने से घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ने लगती है,जिसके कारण हमारे साथ दुःख और अशुभ घटनाएं घटित होने लगती हैं। घर में धन संबंधित समस्याएं होने लगती हैं। वास्तु में कुछ ऐसी ही रोजमर्रा की वस्तुओं के बारे में बताया गया है, जिनका प्रयोग अपने घर में आपको भूलकर भी नहीं करना चाहिए। यदि इन चीजों का प्रयोग घर में किया जाता है तो आपके घर में अशांति तो होती ही है साथ ही आपके घर में दरिद्रता का वास होता है।
गंदे और फटे कपड़े
वस्त्र हमारे तन को ढकने का काम तो करते ही हैं ये हमारे व्यक्तित्व, व्यवसाय, चरित्र एवं आत्मविश्वास को भी दर्शाते हैं। आप किसी भी व्यक्ति को उसके कपडे पहनने के तरीके, कपड़ों के रंग एवं उनकी गुणवत्ता से आसानी से पहचान सकते हैं। आजकल के आधुनिक युग में फटे हुए कपड़े पहनना काफी प्रचलन में हैं, लेकिन ऐसे कपड़े हमारी भारतीय संस्कृति में शुभ नहीं माने जाते क्योंकि ऐसे कपड़े पहनने से शुक्र ग्रह प्रभावित होता हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार फटे और मैले कपड़े पहनने से व्यक्ति की शारीरिक क्षमता व सकारात्मक ऊर्जा का नाश होता हैं। वास्तु में इन्हें दुर्भाग्य की निशानी माना गया है। ऐसे कपड़े हमारे तन-मन को शिथिल बनाकर कई प्रकार की बीमारियों को जन्म देते हैं। साथ ही गंदे और फटे वस्त्र दुर्भाग्य लेकर आते हैं। घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता हैं।
जूते-चप्पल यदि टूट गए हैं तो
वास्तु में टूटी हुई चीजों का उपयोग करने की मनाही है। आपको कभी भी टूटी चप्पलों या फटे हुए जूते का प्रयोग नहीं करना चाहिए। घर के सभी सदस्यों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनके चप्पल या जूते कहीं से भी टूटे हुए न हो। साथ ही चप्पल और जूतों को हमेशा साफ़ और व्यवस्थित रखना चाहिए। टूटे हुए फुटवियर पहनने से आपके घर में दरिद्रता आती है। इसी प्रकार जगह-जगह बिखरे हुए जूते-चप्पल आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि करते है जिससे घर का माहौल दूषित होता है।
टूटे बर्तन न रखें
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में टूटे व दरार वाले बर्तनों को कभी भी जगह नहीं देनी चाहिए। कई घरों में ऐसा देखा गया है स्टील या कांच के बर्तनों में चटक आने के बाद भी उनको प्रयोग में लाते रहते हैं। ऐसे बर्तनों का इस्तेमाल करने से सौभाग्य बाधित होता है। यदि आपके घर में टूटे या चटके हुए बर्तन हैं तो उन्हें तुरंत बाहर कर देना चाहिए। इस तरह के बर्तन प्रयोग में लाने से व उनमें भोजन करने से उसका नकारात्मक प्रभाव पूरे घर के सदस्यों पर पड़ता है और कर्ज लेने की नौबत तक आ सकती है।
बंद घड़ियां होती है अशुभ
वास्तु के अनुसार घर में रखी बंद घड़ी आपके जीवन में अनेकों समस्याओं को पैदा कर सकती है तथा आपके करियर में तरक्की नहीं होने का कारण भी बन सकती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में टूटी-फूटी घड़ी तथा बंद घड़ी दुर्भाग्य का सूचक होती है। घर में बंद घड़ियां रखने से सकारात्मकता कम होती हैं। इसीलिए घर में बंद पड़ी घड़ियों को या तो ठीक करवाएं या फिर उनको हटा दें।