मोटोवोल्ट मोबिलिटी प्राइवेट लिमिटेड ने मंगलवार को एक स्मार्ट ई-बाइक URBN (यूआरबीएन) को लॉन्च करने का एलान किया। यूआरबीएन ई-बाइक एक आकर्षक कीमत वाली, शून्य-उत्सर्जन वाली ई-बाइक है, जो मॉडर्न भारतीय युवाओं को लुभाने के इरादे से उतारी गई है। मोटोवोल्ट यूआरबीएन को 49,999 की कीमत पर लॉन्च किया गया है। इस बाइक को खरीदने के इच्छुक ग्राहक इसे कंपनी की वेबसाइट और 100+ फिजिकल रिटेल पॉइंट्स पर 999 रुपये में बुक कर सकते हैं।
इस ई-बाइक को राइडर्स के ज्यादा आराम को ध्यान में रखते हुए विशेष रूप से डिजाइन किया गया है। URBN ई-बाइक के लिए किसी भी लाइसेंस या पंजीकरण की जरूरत नहीं है और साथ ही यह कई फीचर्स के आती है।
बैटरी और ड्राइविंग रेंज
URBEN इलेक्ट्रिक बाइक में 36V का लिथियम आयन बैटरी पैक मिलता है। इसमें एक बार फुल चार्जिंग पर 120 किमी की रेंज मिलने का दावा किया गया है। कंपनी का दावा है कि ये मोटरसाइकिल 10 सेकेंड 25 किमी की रफ्तार पकड़ सकती है। मोटोवोल्ट यूआरबीएन एक हटाने योग्य बीआईएस अनुमोदित बैटरी द्वारा संचालित है जो सुरक्षित और चार्ज करने में आसान है। इसको चार्ज करने में 4 घंटे का समय लगता है।
फीचर्स
यह एक पेडल असिस्ट सेंसर के साथ आती है और पेडलिंग या स्वचालित सवारी वरीयताओं का समर्थन करने के लिए कई सवारी मोड प्रदान करता है। इसके अलावा, यह एक इग्निशन की स्विच, हैंडल-लॉक और कई अन्य सुविधाओं के साथ आती है। यूआरबीएन को किसी लाइसेंस या पंजीकरण की जरूरत नहीं है। जिससे इसे खरीदने वाले बिना परेशानी के इसकी सवारी का आनंद ले सकते हैं।
कलर ऑप्शन
URBEN इलेक्ट्रिक बाइक 4 कलर ऑप्शंस में उपलब्ध हैं। इसमें येलो, रेड, स्काई ब्लू, और व्हाइट जैसे रंग शामिल हैं।
मोटोवोल्ट के संस्थापक और सीईओ तुषार चौधरी ने कहा, "मोटोवोल्ट सभी के लिए प्रदूषण मुक्त और टिकाऊ भविष्य के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है। जब आकांक्षी, आरामदायक और स्टाइलिश व्यक्तिगत शहरी आवागमन की बात आती है तो हमने बाजार के अंतर की पहचान की। यूआरबीएन ई-बाइक के लॉन्च के साथ, हमने अपने उपयोगकर्ताओं के लिए सही समाधान तैयार किया है। इसकी कीमत 49,999 रुपये है और इसे आसान ईएमआई पर भी खरीदा जा सकता है। यह स्थानीय यात्रा के लिए एक आदर्श सवारी है और पूरी चार्ज किये जाने पर यह 120 किमी की रेंज प्रदान करती है। यूआरबीएन एक स्मार्ट ई- बाइक है जो एक एकीकृत स्मार्टफोन Sप के साथ आती है जो दफ्तर जाने वालों के साथ-साथ कॉलेज या स्कूल के छात्रों के लिए दैनिक सवारी के अनुभव को बदल देगा, खासकर भारतीय कस्बों और शहरों में।"