पिछले साल की मुकाबले इस साल गाड़ी की बिक्री में जबरदस्त इजाफा हुआ है। पिछले साल गाड़ियों की कुल बिक्री 1,40,778 थी, जो इस साल बढ़ कर 3,20,547 हो गई। यानी की ग्राहकों ने तेल की बढ़ती कीमतों और कोरोना को नजरअंदाज करते हुए जमकर गाड़ियों की खरीदारी की है। अगर आपने भी हाल ही में नई गाड़ी की डिलीवरी ली है, तो कुछ गलतियां अपनी कार के साथ बिल्कुल भी न करें...
यूजर मैनुअल
अगर आपने नई कार खरीदी है तो ये गलती भूल कर भी न करें। बेशक आप कार चलाना अच्छे से जानते हैं, लेकिन कुछ फंक्शंस हर गाड़ी में अलग-अलग होते हैं। यूजर मैनुअल में इंजन ऑयल का ग्रेड, एयर फिल्टर, टायर में हवा का प्रेशर, कंपोनेंट्स की जानकारी, वार्निंग लाइट्स आदि की जानकारी होती है। किसी भी मुसीबत में कार मैनुअल बेहद काम आ सकता है। कार के बारे में गूगल करने से बेहतर है यूजर मैनुअल पढ़ लें।
छोटी-छोटी ट्रिप्स से करें परहेज
नई कार लेते ही लोगों को ट्रिप पर जाने का उत्साह होता है। ताकि उन्हें बस ड्राइव करने का मौका मिल जाए। बेहतर होगा कि नई कार के साथ छोटी-छोटी ट्रिप्स को नजरअंदाज करें। क्योंकि छोटी ट्रिप्स में कार का इंजन पूरी तरह से गर्म नहीं हो पाता है, जो कार के इंजन ऑयल को आवश्यक तापमान की जरूरत होती है, वह नहीं मिल पाता है। इसलिए आसपास के हर छोटे-मोटे काम के लिए नई कार के इस्तेमाल का लालच न दिखाएं।
फ्लोर से न लगाएं एक्सीलेटर!
नई कार का उत्साह अलग ही होता है। नई गाड़ी खरीदी और शुरू हो गई रेसिंग। लेकिन नई गाड़ी के साथ ऐसा करना भारी पड़ सकता है। यह बात ठीक है कि नई गाड़ी का पिकअप शानदार होता है, लेकिन ऐसा न हो कि ज्यादा उत्साह में आप गाड़ी के एक्सीलेटर को बार-बार फ्लोर से टच करें। हालांकि हर गाड़ी का रनिंग इन या ब्रेक-इन पीरियड अलग-अलग होता है, लेकिन सही बात यह है कि जब नई कार लें तो उसके इंजन पर ज्यादा जोर न डालें। नहीं तो शुरुआत में ही पिस्टन रिंग्स जा सकते हैं और माइलेज में गिरावट आ सकती है। कम से कम 1000 से 1500 किमी तक तो नजरअंदाज की करें।
सिटी ट्रैफिक में करें ड्राइविंग
लोग नई गाड़ी खरीदते हैं ट्रिप प्लान करने लगते हैं। वहीं सिटी ड्राइविंग करने से बचते हैं। लेकिन कार का रनिंग-इन पीरियड 1000 किमी को पूरा करने में सिटी ड्राइविंग आपकी मदद कर सकता है। असल में नई कार को अलग-अलग आरपीएम पर अलग स्पीड पर चलाने की जरूरत पड़ती है। इससे इंजन को कई आरपीएम पर चलने के साथ लोड उठाने की क्षमता भी बढ़ती है। लेकिन जाम से बचने की कोशिश करें। नई कार का इंजन हमेशा ट्रांसमिशन लोड में रहना चाहिए। कम से कम रनिंग-इन पीरियड तक जाम से बचें।