12 साल की यह बच्ची सड़क बैठी रो रही थी, लोगों ने पूछा तो उसने अपने साथ हुई घटना बताई। अब लड़की की आपबीती वाली पोस्ट वायरल और वीडियो वायरल हो रही है।
मामला पंजाब के फतेहगढ़ साहिब का है। पोस्ट और वीडियो वायरल होने के बाद तुंरत एक्शन लिया गया और बच्ची को इंसाफ दिलाया गया। वहीं इस घटना की लोगों ने भी काफी निंदा की है। हुआ यूं कि शनिवार को गुरुद्वारा साहिब के सामने पारो नामक किशोरी रो रही थी। इस दौरान दो दोस्तों के साथ वहां माथा टेकने पहुंचे बरनाला के गांव असपाल कलां से मनजीत सिंह ने किशोरी के पास जाकर रोने की वजह पूछी।
पारो ने बताया कि उसके दो छोटे भाई हैं और घर में मां-बाप दोनों बीमार हैं। उसे घर का खर्च उठाना पड़ा रहा है। उसने रोते हुए बताया कि मैंने स्वीट कैंडी बेचकर दो सौ रुपये कमाए। रेहड़ी फड़ी वाला ठेकेदार का कारिंदा उससे सौ रुपये की पर्ची काट ले गया। पारो की बात सुनने के बाद मनजीत और उसके दोस्तों ने पारो से तीन और स्वीट कैंडी खरीद ली। उसकी फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर डाल दी और पारो की कहानी बयां कर दी।
पोस्ट आगे शेयर होती गई और यह बात गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब का प्रबंधन देख रहे मैनेजर गुरदीप सिंह के पास पहुंच गई। मैनेजर भाई गुरदीप सिंह ने गुरुद्वारा के बाहर रेहड़ी फड़ी लगाने वाले बच्चों की पर्ची न काटने का संज्ञान लिया है। उन्होंने पारो की पर्ची काटने वाले ठेकेदार को भी फटकार लगाई है। मैनेजर ने पारो को अपने दफ्तर में बुला लिया और अपना मोबाइल नंबर, दफ्तर का पता देकर कहा कि अगर उससे किसी ने भी पर्ची काटी है तो वह उस व्यक्ति को लेकर यहां आ जाए।
अब पारो गुरुद्वारा साहिब के सामने पर्ची कटने के डर के बिना फड़ी लगा सकेगी। वहीं मैनेजर ने बताया कि गुरुद्वारा साहिब के बेहतर प्रबंधन के लिए ठेकेदार को उन्होंने तुरंत फोन पर लताड़ा। उन्होंने कहा कि दोबारा गुरु घर में किसी भी बच्चे की रेहड़ी फड़ी की पर्ची ना काटी जाए। इस पर ठेकेदार गुरचरन सिंह ने सहमति जताते हुए मैनेजर गुरदीप सिंह को भरोसा दिया।