'रोटी की जंग' छेड़ने वाले बीएसएफ के जवान तेज बहादुर की मौत की वायरल हो रही तस्वीर का एक और नया सच सामने आया है, जो काफी चौंकाने वाला है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुई फोटो की बीएसएफ ने जांच कराई तो पता चला कि यह तस्वीर फर्जी प्रोपेगेंडा का हिस्सा है और सीमापार से संचालित हो रहा है। यह तस्वीर पाकिस्तान से पोस्ट की गई है। पाकिस्तान में सोशल मीडिया पर यह बताया जा रहा है कि भारत में बॉर्डर पर खाने की शिकायत करने वाले जवान तेज बहादुर की मौत हो चुकी है।
बुधवार को सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हुई। 'कनाडा दे पंजाबी' नामक फेसबुक पेज पर यह तस्वीर अपलोड की गई। यह एक मृत जवान की तस्वीर है। इस तस्वीर के साथ पंजाबी में कुछ लाइनें लिखीं गई- भारत में कोई भी अपनी जुबान नहीं खोलेगा। इन्होंने हमारे फौजी भाई को मरवा दिया। वाहेगुरु उसकी आत्मा को शांति दे। अपना फर्ज समझ कर इसे ज़्यादा से शेयर करें, ताकि मीडिया तक पहुंच सके।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है यह तस्वीर तेजबहादुर की बताई जा रही है। इस तस्वीर ने देश भर में तहलका मचा दिया है, जबकि सच तो कुछ और ही निकला। जब इस बारे में तेज बहादुर की पत्नी शर्मिला से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें भी जब इस फोटो का पता लगा तो परिवार सकते में आ गया। उसके बाद फोन पर तेज बहादुर से बात करने पर ही उनकी जान में जान आई।
शर्मिला ने कहा कि वायरल हो रही तस्वीर उनके पति की नहीं है। फोटो देखने के बाद उनसे बात हुई है, वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं। यह तस्वीर एक अफवाह है और जिस किसी ने भी यह काम किया, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। बीएसएफ ने सफाई देते हुए कहा कि तेज बहादुर यादव ठीक है और जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में तैनात हैं। वायरल हो रही फोटो तेजबहादुर की नहीं है।