पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिद्धू जेल पहुंच गए हैं। 34 साल पुराने मामले में सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें एक साल की सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। शुक्रवार शाम को सिद्धू ने पटियाला कोर्ट में सरेंडर किया था। इसके बाद उनका मेडिकल करवाया गया और फिर उन्हें जेल भेज दिया गया। जेल में उन्हें एक नया नंबर मिला है। सिद्धू अब कैदी नंबर 241383 हो गए हैं। उन्हें बैरक नंबर सात में रखा गया है। उन्हें जेल के अंदर एक कुर्सी-मेज, दो पगड़ी, एक अलमारी, एक बेड, बनियान, अंडरवियर, कॉपी-पेन और कुर्ता पायजामा दिया गया है। सूत्रों के अनुसार, सिद्धू ने रात को खाना नहीं खाया। नवजोत सिंह सिद्धू 364 दिन की सजा काटेंगे। दरअसल, वह इस मामले में एक दिन की सजा पहले ही काट चुके हैं।
अपनी रंगीन ड्रेसिंग स्टाइल के लिए चर्चा में रहने वाले सिद्धू को जेल में सफेद कपड़े ही पहनने पड़ेंगे। जेल नियमों के मुताबिक सजायाफ्ता कैदियों को सफेद कपड़े पहनने होते हैं। वहीं सूत्रों के मुताबिक सिद्धू को पढ़े-लिखे होने के कारण जेल की फैक्टरी में काम दिया जा सकता है, जहां बिस्कुट व फर्नीचर का सामान बनता है। उन्हें जेल की लाइब्रेरी या ऑफिस में भी कोई काम मिल सकता है। तीन माह बिना वेतन के काम करने के बाद सिद्धू को पहले अर्धकुशल कैदी माना जाएगा और इस दौरान उन्हें काम के बदले 30 रुपये का भुगतान होगा। इसके बाद कुशल कैदी बनने पर रोजाना 90 रुपये कमा सकेंगे।
अपनी रंगीन ड्रेसिंग स्टाइल के लिए चर्चा में रहने वाले सिद्धू को जेल में सफेद कपड़े ही पहनने पड़ेंगे। जेल नियमों के मुताबिक सजायाफ्ता कैदियों को सफेद कपड़े पहनने होते हैं। वहीं सूत्रों के मुताबिक सिद्धू को पढ़े-लिखे होने के कारण जेल की फैक्टरी में काम दिया जा सकता है, जहां बिस्कुट व फर्नीचर का सामान बनता है। उन्हें जेल की लाइब्रेरी या ऑफिस में भी कोई काम मिल सकता है। तीन माह बिना वेतन के काम करने के बाद सिद्धू को पहले अर्धकुशल कैदी माना जाएगा और इस दौरान उन्हें काम के बदले 30 रुपये का भुगतान होगा। इसके बाद कुशल कैदी बनने पर रोजाना 90 रुपये कमा सकेंगे।