पीयू छात्र काउंसिल चुनाव में किस पार्टी ने कितना और कैसे खर्च किया, इसकी पोल वीडियोग्राफी खोलेगी। उसके बाद कईयों पर गाज गिर सकती है।
पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन के पास कई छात्र नेताओं लिंगदोह कमेटी के नियमों की अनदेखी कर कई छात्र संगठनों पर पैसे के दम पर चुनाव जीतने की कोशिश का आरोप लगाया है।
इस संबंध में पीयू प्रशासन को सबूत के तौर पर छात्र नेताओं द्वारा वोटर को शिमला, कसौली के टूर भेजने और पार्टी आयोजित करने के आरोप लगे हैं। पीयू प्रशासन अब शिकायतों पर कार्रवाई के लिए कमेटी गठित करेगी।
30 अगस्त को यूटी प्रशासन ने पीयू में छात्र काउंसिल चुनाव को मंजूरी दे दी। 7 सितंबर को छात्र काउंसिल चुनाव से पहले छात्र संगठनों ने चुनाव आचार संहिता लागू होने के बावजूद वोट के लिए जमकर पैसा का प्रयोग किया।
लिंगदोह कमेटी के तहत चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार को अधिकतम 5 हजार रुपये खर्च करने की अनुमति है। लेकिन चुनाव में कई छात्र संगठनों ने 10 लाख से अधिक खर्च कर डाला। पीयू अधिकारियों को भी छात्र नेताओं द्वारा तयसीमा से अधिक की जानकारी है, लेकिन अधिकारी भी कार्रवाई को लेकर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे थे।