वायुसेना ने गुरुवार को चंडीगढ़ के सुखना लेक पर एयर शो के लिए फुल ड्रेस रिहर्सल की। इसमें वायुसेना के करीब 80 लड़ाकू, परिवहन विमान और हेलीकॉप्टर ने हिस्सा लिया और लोगों को अपने करतबों से हैरान कर दिया। दो घंटे चले एयर शो में सूर्य किरण और सारंग टीम आकर्षण का केंद्र रहे। कुछ दिन पहले ही वायुसेना में शामिल स्वदेशी लाइट लड़ाकू हेलीकॉप्टर प्रचंड ने भी पहली बार सुखना लेक पर अपनी ताकत का सार्वजनिक प्रदर्शन किया।
एयर शो को देखने के लिए 35 हजार से ज्यादा लोग सुखना लेक पहुंचे थे। शो में राफेल, चिनूक, सुखोई और तेजस विमानों की दहाड़ ने पूरे विश्व को भारतीय वायुसेना के साहस से परिचित कराया। इस मौके पर पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ के कई वरिष्ठ अधिकारियों समेत वायुसेना के अधिकारी अपने परिवार से साथ उपस्थित रहे।
दोपहर ढाई बजे एयर शो की शुरुआत आकाश गंगा के साथ हुई। इसमें वायुसेना के प्रशिक्षित पैराशूट जंपर आकर्षक अंदाज में नीचे गोल्फ क्लब पर उतरते दिखे। 10 के करीब जवानों की टीम ने वायुसेना का ध्वज और राष्ट्रीय ध्वज बनाकर स्काई डाइव की।
इसके बाद आगजनी की घटना पर काबू पाने की स्थिति को दर्शाता मिग-17 भी सुखना लेक से 3500 लीटर की बकेट में पानी भरता दिखाई दिया। विमान ने पानी सूखना लेक में ही गिराया। इसके अलावा विमान से ही दुश्मन के इलाकों में जवानों को कैसे उतारा जाता है उसे भी सुखना लेक में एक बोट उतार कर दिखाया गया।
पानी की सतह के बेहद करीब पहुंचा चिनूक, धड़कनें थमीं
शो के दौरान लोगों ने तालियां बजाकर चिनूक का स्वागत किया। चिनूक ने कई हैरतअंगेज करतब दिखाए। चिनूक कई सामानों को ले जाता हुआ भी दिखाई दिया। वह कई बार पानी की सतह के बेहद करीब तक पहुंच गया। रिवर्स टेक ऑफ, साइट मूविंग, रिवर्स लाइंग जैसे कई करतब दिखाकर चिनूक ने सभी को हैरान किया।