ब्रिटिश अंपायर नाइजेल लोंग इंडियन टी-20 लीग के फाइनल में अंपायरिंग करेंगे क्योंकि बीसीसीआई ने बेंगलोर और हैदराबाद के बीच हुए मुकबाले के बाद गुस्सा जाहिर करने के मामले में कोई कार्रवाई नहीं करने का फैसला किया है।
आईसीसी एलीट पेनल के अंपायर लोंग ने नोबाल को लेकर विराट कोहली और उमेश यादव से बहस के बाद स्टेडियम के एक कमरे के दरवाजे को नुकसान पहुंचा था।
यह पता चला है कि प्रशासकों की समिति (सीओए) ने IPL संचालन टीम से सलाह लेने के बाद लोंग को IPL फाइनल में मैच अधिकारी की भूमिका निभाने की मंजूरी दे दी। लोंग के खिलाफ कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) ने शिकायत की थी।
अंपायर ने बाद में अपने व्यवहार के लिए माफी मांगी और नुकसान की भरपाई के लिए 5000 रुपये का भुगतान किया लेकिन केएससीएस उन पर प्रतिबंध लगवाना चाहता था।
लोंग के हालांकि इसके बाद चेन्नई और मुंबई के बीच खेले गये पहले क्वालीफायर में अंपायर थे जिनके लिए यह मुकाबला अच्छा रहा था।
एक अधिकारी ने बताया, ‘‘IPL के मौजूदा सत्र में अंपायरिंग का स्तर खराब रहा है खासकर दबाव के मौकों पर भारतीय अंपायरों का स्तर निम्न रहा है। हमारे पास एस. रवि है जो एलीट पैनल के अंपायरों में सबसे निचले पायदान पर है और आईसीसी एलीट पैनल के अंपायरों की नयी सूची में उन्हें जगह नहीं मिलेगी। IPL फाइनल जैसे मुकाबले में आपको लोंग जैसे मैच अधिकारी चाहिए।’’