क्रिकेट विश्व कप 2019 के फाइनल में सुपर ओवर में स्कोर बराबर होने के बावजूद मैच में अधिक बाउंड्री लगाने की वजह से इंग्लैंड विश्व विजेता बना। उसके बाद यह नियम विवादास्पद बना और इस नियम को लेकर चर्चा विश्व क्रिकेट में होने लगी। अब इस नियम का इस्तेमाल बंद होना शुरू हो गया है और इसकी पहल की है ऑस्ट्रेलिया ने। ऑस्ट्रेलिया में खेले जाने वाले बिग बैश टी-20 लीग में इस नियम का इस्तेमाल नहीं होगा।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने मंगलवार को कहा कि नए नियमों के अनुसार पुरुष और महिला टी-20 लीग के फाइनल में अगर दो टीमों का स्कोर निर्धारित ओवर और फिर सुपर ओवर के बाद भी टाई रहता है, तो तब तक सुपर ओवर का इस्तेमाल किया जाएगा जब तक कि कोई टीम स्पष्ट रूप से विजेता नहीं बन जाती। यह नियम सभी तरह के फाइनल मैचों पर लागू होंगे।
14 जुलाई को लॉर्ड्स में खेले गए विश्व कप फाइनल में न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए आठ विकेट पर 241 रन बनाए थे। लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम 241 ही बना पाई। वर्ल्ड कप के नियम के अनुसार दोनों टीम सुपर ओवर खेलने उतरीं। दोनों टीम ने सुपर ओवर में भी 15 रन बनाए, लेकिन इंग्लैंड को मैच में अधिक बाउंड्री लगाने के कारण विजेता घोषित किया गया। इंग्लैंड ने पहली बार वर्ल्ड कप जीता, लेकिन इसके बाद कई लोगों ने टाईब्रेकर के इस नियम पर सवाल उठाया।
आईसीसी के कार्यकारी अध्यक्ष एलरडाइस ने इस नियम को लेकर कहा था कि, अनिल कुंबले की अध्यक्षता वाली क्रिकेट समिति जिसमें एंड्र्यू स्ट्रॉस, महेला जयवर्धने, राहुल द्रविड़ और शॉन पोलक शामिल हैं, वर्ल्ड कप में उठे मुद्दों पर अगले साल होने वाली अपनी मीटिंग में चर्चा करेंगे। बहुत संभावना है कि अगले साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाले वर्ल्ड टी-20 में बाउंड्री काउंट का नियम बदला जा सकता है।