सीबीएसई 10वीं में पूरे देश में तीसरा और उत्तराखंड में टॉप करने वाली शगुन मित्तल अपने मम्मी-पापा की तरह डॉक्टर नहीं बल्कि इंजीनियर बनना चाहती हैं। शगुन ने 10वीं में 500 में से 497 अंक हासिल किए हैं।
शगुन का परिवार रेसकोर्स में रहता है। उनके पिता डॉ. आशीष मित्तल मैक्स अस्पताल में डॉक्टर हैं, जबकि मां डॉ. हीना मित्तल हिमालयन अस्पताल, जौलीग्रांट में डॉक्टर हैं। शगुन ने आठवीं तक की पढ़ाई नोएडा से की। इसके बाद परिवार देहरादून में शिफ्ट हो गया।
दून में डीपीएस कालागांव से 10वीं 99.4 प्रतिशत अंकों के साथ पास की है। शगुन का छोटा भाई शुभम मित्तल डीपीएस में ही 9वीं का छात्र है। शगुन की मां डॉ. हीना का कहना है कि उन्होंने पढ़ाई के लिए कभी दबाव नहीं बनाया। बेटी ने खुद ही पढ़ाई की है। शगुन दून में अपने नाना योगेश चंद गर्ग और नानी राजकुमारी गर्ग के साथ रहती है।
शगुन ने बताया कि उन्होंने पढ़ाई को खूब एन्जॉय किया है। वह रोजाना महज चार से पांच घंटे पढ़ाई करती थीं। जो पढ़ती थी, उसे रिवाइज जरूर करती थी। शगुन का कहना है कि उनके लिए यह खुशी की बात है कि वह देश में टॉप-3 में जगह बनाने में कामयाब रही हैं। लेकिन अब उनका लक्ष्य 12वीं में पूरे देश में पहले स्थान पर रहना है।
शगुन ने बताया कि उनके मम्मी-पापा दोनों डॉक्टर हैं। उनकी लाइफ बहुत बिजी रहती है। इसलिए वह डॉक्टर बनना नहीं चाहती। इसके बजाए वह कंप्यूटर इंजीनियर बनेंगी। शगुन को स्वीमिंग और नृत्य का शौक है। कक्षा तीन से ही वह कत्थक सीख रही हैं। कत्थक में उन्होंने डिप्लोमा भी किया हुआ है।