देहरादून के डोईवाला क्षेत्र में बुजुर्ग मलकीत सिंह की हत्या से पहले आरोपी युवकों ने बेहद घिनौना काम किया था। उन्होंने हत्या के साथ ने घर में मौजूद युवती से सामूहिक दुष्कर्म भी किया था। हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने यह सनसनीखेज तथ्य भी उजागर किया। पुलिस ने मुख्य आरोपी शुभम चौहान समेत तीन को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उनके तीन साथी फरार हैं।
पुलिस का दावा है कि आरोपियों ने मलकीत सिंह के घर में 80 लाख रुपये का कैश होने की सूचना पर घटना को अंजाम दिया। मलकीत सिंह ने मुख्य आरोपी को पहचान लिया था, इसीलिए उनकी हत्या कर दी गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुकरेती ने सोमवार को डोईवाला कोतवाली क्षेत्र के माधोवाला गांव में 25 मार्च की रात हुए मलकीत सिंह हत्याकांड का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान घटनास्थल पर एक युवती की उपस्थिति भी सामने आई थी।
देहरादून से बाहर की इस युवती से पूछताछ हुई तो पता चला कि घटना वाली रात पांच युवक दीवार फांदकर मलकीत सिंह के घर में दाखिल हुए थे। इन युवकों ने मलकीत सिंह के हाथ-पैर बांधने के बाद उन्हें नशे का इंजेक्शन लगाया। इसके बाद पांचों आरोपियों ने युवती को आतंकित कर उसके साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया।
इसी दौरान आरोपी शुभम और उज्जवल ने बेहोशी की हालत में ही ब्लेड और चाकू से गर्दन रेतकर मलकीत सिंह की हत्या कर दी। इसके बाद आरोपियों ने पूरे मकान की तलाशी ली और रसोई में रखी दाल, आटे आदि सामान को बिखेर दिया। बाद में पांचों आरोपी युवती को लच्छीवाला के जंगल में छोड़कर फरार हो गए। सीसीटीवी फुटेज से युवती के बयानों की पुष्टि भी हुई। इसी आधार पर तीन संदिग्धों के स्केच जारी किए गए।
एसएसपी ने बताया कि युवती के बयान के आधार पर मुकदमे में डकैती और सामूहिक दुष्कर्म की धारा बढ़ाकर आरोपियों की तलाश में पुलिस को दूसरे जनपदों में भेजा गया। एक जनवरी को मुख्य आरोपी शुभम चौहान (23) निवासी लिस्ट्राबाद, थाना रानी पोखरी (मूल निवासी, नैनू नांगल बिजनौर), उज्जवल शर्मा (22) शिकोहपुर, थाना बड़ौत बागपत और अर्जुन चौधरी उर्फ चौहान निवासी झिंझोली, थाना खरखौदा सोनीपत (हरियाणा) को गिरफ्तार कर उनके पास से घटना में प्रयुक्त एक्टीवा, दो तमंचे, मलकीत सिंह का मोबाइल और डकैती के जेवरात बरामद किए गए।