हैलो...मैं कर्नाटक से बोल रहा हूं। मेरे मोहल्ले में भी कोरोना पहुंच गया है। मेरे घर में मां और पत्नी को बुखार है, अब मैं क्या करूं? कहीं हमें भी कोरोना तो नहीं है। अब मैं इलाज कराने कहां जाऊं? कोरोना वायरस को लेकर ये सवाल अक्सर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की हेल्पलाइन पर पूछे जा रहे हैं। हर किसी को कोरोना वायरस को लेकर घबराहट है, लेकिन हेल्पलाइन पर 12-12 घंटे की शिफ्ट में बैठे कर्मचारी उनकी पूरी मदद कर रहे हैं।
ये हाल है नई दिल्ली के कश्मीरी गेट के नजदीक रोग नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय केंद्र (एनसीडीसी) का। यहां एक बड़े से कमरे में गोल मेज रखी है जिसमें चारों ओर फोन ही फोन रखे हैं। यहां 30 लाइन हैं, सब लगातार व्यस्त रहती हैं। हेल्पलाइन नंबर 011-23978046 पर दिन भर घंटियों की आवाज के बीच कर्मचारी ईमेल के जरिए भी लोगों के सवालों का जवाब दे रहे हैं। कभी रोजाना 200-250 तक आने वाली कॉल अब 1500 तक जा पहुंचा है। ये कॉल रिकॉर्ड हर दिन, हर पल तेजी से बढ़ रहा है।
अब तक 35 हजार से ज्यादा फोन कॉल और करीब 30 हजार ईमेल प्राप्त हो चुके हैं। 24 घंटे चालू रहने वाली इस हेल्पलाइन पर विभिन्न राज्यों से ही नहीं, बल्कि विदेशों में रह रहे भारतीय नागरिक भी फोन करके अपने सवालों का जवाब ले रहे हैं। हेल्पलाइन के जरिये लोगों को बताया जा रहा है कि कोरोना के लक्षण क्या हैं? बचाव क्या है? हमें बाहर जाना है। हम क्या सावधानी बरतनी हैं? घूमने जाएं तो क्या सतर्कता बरतें? एक कर्मचारी ने बताया कि ऐसे कई फोन कॉल मिल रहे हैं जो लोग आधी अधूरी जानकारी होने के कारण काफी घबराए हैं, हम बताते हैं कि आपको किससे मिलना है? क्या करना है? कोई विदेश यात्रा से आया हो, तो बताएं। अगर ऐसा है तो सुझाव देते हैं कि किससे मिलना है? कहां जाना है? उन्होंने बताया कि उनके पास सभी राज्यों के जांच केंद्र व उपचार को लेकर अस्पताल जैसी चीजों की सूची है।
हर कॉल पर पहुंच रही मदद
फोन की घंटी सिर्फ देश के भीतर से ही नहीं विदेशों से आए कॉल से भी बजती है। अब तक 1100 से ज्यादा कॉल विदेशों में फंसे भारतीयों के आए हैं। फोन कॉल की ब्योरा रजिस्टर में बाकायदा दर्ज होता है। इसका मकसद है कि जो जटिल मामले हैं और जानकारी ज्यादा जुटानी होगी तो बाद में भी संपर्क कर सकें।
फोन कॉल रहती है व्यस्त, न हो परेशान
एनसीडीसी के निदेशक सुजीत कुमार सिंह बताते हैं कि कई देशों से फोन कॉल मिल रही हैं। इसके चलते कई बार हेल्पलाइन व्यस्त रहती है। इसका मतलब ये नहीं है कि यहां कोई कॉल लेने वाला नहीं है। इस वक्त लोगों का सहयोग भी जरूरी है। अगर फोन कॉल व्यस्त रहती है तो परेशान नहीं हों। फिर से संपर्क कर सकते हैं। ये नहीं समझें कि कोई कॉल नहीं उठा रहा है।