देश की संसद से कुछ किमी की दूरी पर लोधी कॉलोनी में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां पर दो युवकों ने छह वर्ष के मासूम की रविवार रात को बलि चढ़ा दी। आरोपियों ने मासूम का चाकू से गला काट दिया और सिर पर कई वार किए। आरोपियों का कहना है कि भगवान शिव सपने में बलि मांग रहे थे। इस कारण भगवान शिव के आदेश के बाद बच्चे धर्मेन्द्र (6) की बलि दी है। स्थानीय लोगों ने दोनों आरोपी बिहार निवासी और अमर कुमार (22) विजय कुमार (19) को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था। लोधी कॉलोनी थाना पुलिस ने मामला दर्जकर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने मासूम के शव का पोस्टमार्टम कराकर रविवार दोपहर को परिजनों को सौंप दिया।
दक्षिण जिला डीसीपी चंदन चौधरी के अनुसार सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट आरके झांगीर ने रविवार रात 12.30 बजे पुलिस को सूचना दी थी कि सीबीआई भवन के पास निर्माणाधीन सीआरपीएफ की हैडक्वाटर बिल्डिंग परिसर में दो युवकों ने एक बच्चे की गर्दन काट दी है। दोनों युवकों को पकड़ लिया गया है। सूचना के बाद लोधी कॉलोनी थानाध्यक्ष संजीव मंडल टीम के साथ मौके पर पहुंचे। बच्चे धर्मेंद्र की गर्दन काफी कटी हुई थी और सिर पर चाकू के चार-पांच वार के निशान थे। आरोपियों की झुग्गी से काफी खून बह रहा था। झुग्गी से आरोपियों के खून से सने कपड़े और चाकू बरामद कर लिए गए। बच्चे के पिता गांव गिरधरपुर, फैसलापुर, बरेली यूपी निवासी अशोक कुमार की शिकायत पर लोधी कॉलोनी थाने में मामला दर्ज किया गया।
पुलिस को दिए बयान में कहा है कि निर्माणधीन साइट पर काफी मजदूर काम करते हैं। यहां पर महिलाएं रात के खाने के बाद निर्माणधीन साइट पर भजन-गीत गा रही थीं। घर जाने के समय पता लगा कि धर्मेंद्र गायब है। धर्मेंद्र की तलाश शुरू की गई। तभी पता लगा कि आरोपियों की झुग्गी से बाहर खून निकल रहा है। अंदर जाकर देखा तो धर्मेंद्र का शव तख्त के नीचे पड़ा हुआ था। स्थानीय लोगों व सीआरपीएफ के जवानों ने आरोपियों को मौके से पकड़ लिया।
भोले का प्रसाद ग्रहण करने के बाद बलि दी है
आरोपी विजय कुमार व अमर कुमार ने वारदात को अंजाम देने से पहले गांजे का सेवन किया था। आरोपियों ने बच्चे की हत्या करना स्वीकार कर लिया। आरोपी ने विजय ने पूछताछ में बताया कि वह गांजे का सेवन करने के बाद भजन-कीर्तन कर रही महिलाओं के पास गया। उसने भगवान शिव की पूजा करने के लिए महिलाओं से अगरबत्ती मांगी। महिलाओं ने उसे अगरबत्ती देने से मना कर दिया।
इसके बाद वह अपनी झुग्गी में वापस आ गया। उसे तभी सपना आया कि भगवान शिव एक बच्चे की बलि मांगे रहे हैं। उसी समय धर्मेंद्र आरोपियों की झुग्गी के पास से जा रहा था। आरोपियों ने उसे झुग्गी में खींच लिया। पीड़ित आरोपियों को पहले जानता था। आरोपियों ने रसोई में इस्तेमाल होने चाकू से बच्चे के सिर पर कई वार किए और फिर गला काट दिया।