ग्रेटर नोएडा के दादरी के बढ़पुरा गांव की रहने वाली पायल भाटी ने फेसबुक फ्रेंड अजय के साथ मिलकर हाथरस के सादाबाद की हेमा चौधरी की हत्या कर दी। हत्या के बाद हेमा के चेहरे पर गर्म तेल डालकर पहचान मिटाने की कोशिश की थी। हेमा के हाथ की नस काटकर अपने कपड़े पहना दिए थे। दोनों आरोपी शव के पास पायल के नाम का सुसाइड नोट छोड़कर दोनों फरार हो गए थे। 12 नवंबर को हेमा के परिजनों ने थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। इसके बाद से ही पुलिस हेमा की बरामदगी के प्रयास में जुटी थी। बिसरख कोतवाली पुलिस को जांच में अहम सबूत हाथ लगे और पायल भाटी और सिकंदराबाद के रहने वाले उसके प्रेमी अजय को गिरफ्तार कर मामले का सनसनीखेज खुलासा किया।
दरअसल, 17 मई 2021 को दादरी के बढ़पुरा गांव निवासी दंपती रविंद्र भाटी और राकेश देवी ने जहरीले पदार्थ का सेवन आत्महत्या कर ली थी। सुसाइड नोट के आधार पर परिजनों ने बिचौलिए (बुआ के बेटे) सुनील, बहू स्वाति और स्वाति के दो भाइयों कौशिंद्र और गोलू पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का केस दर्ज कराया था।
पायल तभी से माता-पिता की मौत के जिम्मेदारों से बदला लेना चाहती थी। उसने अजय को साजिश में शामिल कर लिया। पायल ने अजय से कहा वह उससे तभी शादी करेगी जब वह उसकी मदद करेगा। अजय 12 नवंबर को हेमा को झांसा देकर पायल के घर बुलाकर लाया। पायल ने अपने भाइयों को नशीला पदार्थ पिलाकर बेहोश कर दिया। इसके बाद हेमा की हत्या कर खुद अजय संग फरार हो गई थी।
वहीं, 17 मई 2021 को दादरी के बढ़पुरा गांव में दंपती रविंद्र कुमार व उनकी पत्नी राकेश देवी ने सुसाइड नोट लिखकर खुदकुशी की थी। सुसाइड नोट के आधार पर दंपती की पुत्रवधु स्वाति, उसके दो भाई और बिचौलिया सुनील के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया था। लेकिन इस केस में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी।
रविंद्र कुमार और उनकी पत्नी राकेश भाटी की बिसरा रिपोर्ट डेढ़ साल बाद भी पुलिस को नहीं मिली है। इस कारण दंपती के खुदकुशी के केस की जांच भी अटकी हुई है। इधर, अब पुलिस ने हेमा की हत्या करने वाली दंपती की बेटी पायल के घर से मिले खून व बाल के नमूने का डीएनए मिलान की तैयारी शुरू कर दी है। आलाधिकारियों ने बादलपुर पुलिस को हेमा के माता-पिता का ब्लड सैंपल लेकर डीएनए मिलान का निर्देश दिया है।