UPSC के इस टॉपर ने बताया कि कैसे एग्जाम से पहले उन्होंने कुछ चीजों से दूरी बना ली और टॉप किया जा सकता है, देखिए आपके काम आएंगी।
संघ लोक सेवा आयोग सिविल सर्विस परीक्षा 2017 के फाइनल नतीजे शुक्रवार रात जारी हुए। नतीजे www.upsc.gov.in पर देखे जा सकते हैं। परीक्षा में हरियाणा के सिरसा जिले के सचिन गुप्ता ने तीसरी रैंक हासिल की। यूपीएससी का परिणाम घोषित होने के वक्त सचिन गुप्ता दिल्ली में थे। पिता सुदर्शन गुप्ता और मां सुषमा गुप्ता के साथ बाकी परिवार किसी शादी में बठिंडा गया हुआ था।
सचिन ने बताया कि एक बार पहले भी 2016 में उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा दी थी। उसमें 575वीं रैंक आया। लेकिन, आईएएस बनने की जिद सवार रही। इसके लिए नौकरी छोड़ी और बेंगलुरू कोचिंग के लिए गया। लगातार 18 घंटे पढ़ाई की, मोबाइल और सोशल मीडिया से दूर रहा। सिर्फ क्लास में टीचर की बातों को ध्यान से सुना और फिर उसकी प्रेक्टिस की।
सचिन के पिता सुदर्शन गुप्ता बताते हैं कि सचिन ने उन्हें नौकरी छोड़कर यूपीएससी परीक्षा के लिए कोचिंग लेने की बात की थी और उन्होंने मान लिया क्योंकि सचिन पढ़ाई में बहुत ही अच्छा था। जब संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सेवा परीक्षा पास करने की कॉल आई तो मुझे अपने बेटे पर बहुत गर्व हो रहा है। पूरे परिवार को बेटे पर गर्व है।
सचिन गुप्ता तीन बहनों और तीन भाइयों में सबसे छोटे हैं। सचिन गुप्ता ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिग्री थापर यूनिवर्सिटी पटियाला से पूरी की है। इसके बाद से सचिन गुरुग्राम में एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी कर रहे थे। सचिन के पिता सुदर्शन गुप्ता की ट्रेडिंग की दुकान है। मां सरकारी स्कूल में अध्यापक हैं। सचिन के जीजा राकेश गोयल ने बताया कि इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद सचिन गुरुग्राम की मारुति कंपनी में जॉब करने लगा।