हिंदी, भोजपुरी सहित कई भाषाओं की फिल्मों में अपने अभिनय से सबका दिल जीतने वाले रवि किशन से हर कोई भली भांति परिचित है। आज उनका जन्मदिन है। रवि किशन ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत साल 1992 में फिल्म पीताम्बर से की थी। उन्होंने हिंदी के साथ तमिल, तेलुगु और कन्नड़ भाषा में काम किया है। दक्षिण सिनेमा में उन्होंने अधिकतर नकारात्मक भूमिकाएं निभाईं। वहीं साल 2006 में वह बिग बॉस के प्रतिभागी भी रहे और फाइनल तक पहुंचे, लेकिन उन्हें जो असल अभिनेता के रूप में पहचान मिली वो सलमान खान की साल 2003 में आई फिल्म 'तेरे नाम' से मिली। फिल्म में उन्होंने एक पुजारी का किरदार निभाया था। इसके अलावा लक जैसी फिल्मों में भी रवि किशन ने शानदार काम किया।
फिल्मों की चर्चा, लेकिन निजी जिंदगी को रखते हैं दूर
रवि किशन की प्रोफेशनल जिंदगी जितनी अधिक सुर्खियों में बनी रहती है उतने ही अधिक सतर्क वो अपनी निजी जिंदगी को लेकर रहते हैं। ऐसा बहुत ही कम सुनने या देखने को मिलता है जब वो अपने परिवार का जिक्र करते हैं। रवि किशन अपनी पत्नी और अपनी बेटियों से बेहद प्यार करते हैं और उन्हें देवियों की तरह पूजते हैं। रवि किशन का मानना है कि आज वो सफलता के जिस शिखर पर हैं उसमें सबसे बड़ा हाथ उनकी पत्नी का प्रीति किशन का है। रवि किशन ने एक बातचीत में बताया था कि एक ऐसा काम है जो वो रोज अपनी पत्नी के लिए करते हैं।
फिल्मों की चर्चा, लेकिन निजी जिंदगी को रखते हैं दूर
रवि किशन की प्रोफेशनल जिंदगी जितनी अधिक सुर्खियों में बनी रहती है उतने ही अधिक सतर्क वो अपनी निजी जिंदगी को लेकर रहते हैं। ऐसा बहुत ही कम सुनने या देखने को मिलता है जब वो अपने परिवार का जिक्र करते हैं। रवि किशन अपनी पत्नी और अपनी बेटियों से बेहद प्यार करते हैं और उन्हें देवियों की तरह पूजते हैं। रवि किशन का मानना है कि आज वो सफलता के जिस शिखर पर हैं उसमें सबसे बड़ा हाथ उनकी पत्नी का प्रीति किशन का है। रवि किशन ने एक बातचीत में बताया था कि एक ऐसा काम है जो वो रोज अपनी पत्नी के लिए करते हैं।