रेखा उस सफर की मुसाफिर रही हैं जिसमें मंजिलें तो तमाम आईं लेकिन घर नहीं आया। उनकी पैदाइश तमिलनाडु की और नाम हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में चलता है। उनकी बातों को सुनकर लगता है कि वह कभी अभिनेत्री नहीं बनना चाहती थीं। लेकिन, जब बन गईं तो ऐसी बनीं कि उनके सामने और कोई टिक ही नहीं पाया। यहां एक बात और सिद्ध होती है कि अगर किसी काम को कोई मजबूरी में भी मन लगाकर करें तो उसमें भी महारत हासिल किया जा सकती है। रेखा इतवार को 67 की हो रही हैं लेकिन उनकी आवाज़ का जादू अब भी रियलिटी शो ‘बिग बॉस’ में लोगों को लुभा रहा है। रेखा के जन्मदिन पर जानते हैं उनकी कामयाबी के उन 10 पड़ावों के बारे में जिनमें उनके किरदारों ने दुनिया भर में खूब चर्चाएं बटोरीं।
किरदार : चंदा
फिल्म : सावन भादों (1970)
रेखा ने एक बाल कलाकार के रूप में ही पहली बार एक तेलुगू फिल्म में काम किया था। बाद में उन्होंने एक कन्नड़ फिल्म 'ऑपरेशन जैकपोट नल्ली सीआईडी 999' में मुख्य भूमिका भी निभाई। लेकिन हिंदी फिल्मों में उनकी शुरुआत मोहन सहगल के निर्देशन में बनी फिल्म 'सावन भादों से हुई। वैसे तो रेखा की शुरुआत हिंदी फिल्मों में वर्ष 1969 में बनी एक फिल्म 'अंजाना सफर' से होने वाली थी लेकिन यह फिल्म कुछ दृश्यों की वजह से सेंसर बोर्ड में अटकी रही और पूरे एक दशक बाद 'दो शिकारी' शीर्षक से 1979 में रिलीज हुई। 'सावन भादों' में रेखा ने गांव की एक लड़की चंदा का किरदार निभाया है। वह काफी बहादुर होती है इसलिए फिल्म के मुख्य अभिनेता नवीन निश्चल के किरदार विक्रम का दिल चंदा पर आ जाता है। रेखा हिंदी भाषी नहीं थीं इसलिए उन्होंने इस फिल्म के लिए थोड़ी बहुत हिंदी सीखी और इसी फिल्म से उन्हें हिंदी फिल्मों में पहचान मिल गई।
किरदार : चंदा
फिल्म : सावन भादों (1970)
रेखा ने एक बाल कलाकार के रूप में ही पहली बार एक तेलुगू फिल्म में काम किया था। बाद में उन्होंने एक कन्नड़ फिल्म 'ऑपरेशन जैकपोट नल्ली सीआईडी 999' में मुख्य भूमिका भी निभाई। लेकिन हिंदी फिल्मों में उनकी शुरुआत मोहन सहगल के निर्देशन में बनी फिल्म 'सावन भादों से हुई। वैसे तो रेखा की शुरुआत हिंदी फिल्मों में वर्ष 1969 में बनी एक फिल्म 'अंजाना सफर' से होने वाली थी लेकिन यह फिल्म कुछ दृश्यों की वजह से सेंसर बोर्ड में अटकी रही और पूरे एक दशक बाद 'दो शिकारी' शीर्षक से 1979 में रिलीज हुई। 'सावन भादों' में रेखा ने गांव की एक लड़की चंदा का किरदार निभाया है। वह काफी बहादुर होती है इसलिए फिल्म के मुख्य अभिनेता नवीन निश्चल के किरदार विक्रम का दिल चंदा पर आ जाता है। रेखा हिंदी भाषी नहीं थीं इसलिए उन्होंने इस फिल्म के लिए थोड़ी बहुत हिंदी सीखी और इसी फिल्म से उन्हें हिंदी फिल्मों में पहचान मिल गई।