आने वाले अक्टूबर महीने में अमिताभ बच्चन 80 साल के हो जाएंगे। अब भी वह बिना किसी सहारे के चलते हैं। फिल्मों में दिल लगाकर काम करते हैं। टेलीविजन शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ होस्ट करते हैं और उनकी जिंदादिली को देख करोड़ों दूसरे लोग प्रेरणा पाते हैं। करीब दो साल बाद अमिताभ बच्चन मुंबई की फिल्म सिटी में मीडिया से मुखातिब हुए और आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर भी खूब जोश में दिखे।
इस बार ’कौन बनेगा करोड़पति’ के सेट पर ’आजादी के गर्व का महापर्व’ मनाया जा रहा है। आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर आपकी क्या अनुभूति है?
भारत ने आजादी के इन 75 साल में जो अर्जित किया है, वह एक मिसाल है। देश ने हर क्षेत्र में तरक्की की है। चाहे वह आर्थिक उन्नति हो या फिर किसी और क्षेत्र में। अगर आप दुनिया के उन बाकी देशों को देखें जिनको भी आजादी मिले 75 साल हो गए हैं और देखें कि भारत ने इन 75 साल में क्या कुछ हासिल कर लिया है तो पता चल जाएगा कि भारत की क्या स्थिति है? ये सफलता ही इस पल की सबसे अच्छी अनुभूति है। इन 75 साल में भारत ने तरक्की का आसमान नापा है।
और, ’कौन बनेगा करोड़पति’ की शूटिंग करते समय ये सफलता कैसे प्रतिध्वनित होती है?
रविवार को जो हमारा पहला एपीसोड प्रसारित होने जा रहा है, उसमें कारगिल युद्ध के वीर मेजर डी पी सिंह भी हिस्सा ले रहे हैं। वह हमें बता रहे थे कि कैसे अब भी उनके शरीर में सामने की तरफ दर्जनों छर्रे और धातु के टुकड़े मौजूद हैं। पीछे की तरफ एक भी नहीं हैं। मतलब कि उन्होंने दुश्मन का मुकाबला करते हुए ये हमले झेले, भागते हुए नहीं। वह घायल हुए तो उन्हें बहुत खून चढ़ाया गया। वह बता रहे थे कि ये खून किन किन लोगों का था, उन्हें नहीं पता। इसमें अलग अलग धर्म और संप्रदाय के लोग भी शामिल रहे होंगे। मेजर डी पी सिंह कहते हैं कि अब उनके शरीर में पूरे भारत का खून है। ये भारतीयता ही हमारी थाती है।
’कौन बनेगा करोड़पति’ का ऐसा क्या आकर्षण है जो आपको बार बार इस शो तक ले आता है?
ये आकर्षण हमारी जनता है। जिस तरह से वह हमारा स्वागत करते हैं, जिस तरह से वह प्रतिभागियों का हौसला बढ़ाते हैं, वही हमको बार बार यहां तक लाती रहती हैं। इसीलिए कार्यक्रम में सबसे पहले मैं उन्हीं को धन्यवाद देता हूं कि आपकी वजह से ही हम हैं। इस कार्यक्रम में सिर्फ हॉट सीट पर बैठा शख्स ही नहीं बल्कि कार्यक्रम देख रहे लोग भी इसमें शामिल रहते हैं। कभी वह सोचते हैं कि प्रतिभागी क्या उत्तर देगा तो कभी उनको भी उत्तर मालूम होता है। ये कार्यक्रम सब लोगों को साथ लेकर आता है और यही इसकी खूबी है।
लेकिन, आपने हाल ही में अपने ब्लॉग में कहीं लिखा कि कई बार आपका मन नहीं करता लेकिन फिर भी कुछ वादे ऐसे होते हैं कि लौटकर आना ही होता है?
ओह, वो। नहीं नहीं, उसका आशय ’कौन बनेगा करोड़पति’ से नहीं है। क्या है कि अभी एक फिल्म जो हम कर रहे हैं हैदराबाद में उसमें हमारी वेशभूषा ऐसी है उसमें हजार तरह के प्रॉस्थेटिक हैं, लंबे लंबे बाल हैं, दाढ़ी है। उसके बारे में लिखा था कि बार बार मैं तय करता हूं कि अगली पिक्चर में अगर दाढ़ी होगी तो मैं काम नहीं करूंगा और हर बार वही पिक्चर आ जाती है और मुझे करना पड़ता है। ये ’कौन बनेगा करोड़पति’ के बारे में नहीं है।