पाकिस्तान के सूफी और कव्वाली गायक उस्ताद नुसरत फतेह अली खान ने ऐसे गीत, गानें, गजले और कव्वाली दी है जिन्हें आज भी लोग सुनते नहीं थकते।
नुसरत फतेह अली खान की आवाज और शब्दों का जादू कुछ ऐसा जो बार सुन ले वो बस उन्ही का हो जाता। ऐसे में 'मेरे रश्के कमर...', से 'ये जो हल्का हल्का सुरूर है...' तक हम आपके लिेए लाए है उनके कुछ ऐसे गाने जो पीड़ियो की पीड़ियां गुनगुनाती जाएंगी।
तो देर किय बात की आगे की स्लाइड्म में सुनें उस्ताद नुसरत फतेह अली खान को।