प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में अनुच्छेद 370, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख पर विस्तृत बात की। इस दौरान उन्होंने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के विकास की धीमी गति के लिए पूर्ववर्ती सरकारों को जिम्मेदार ठहराया तो यहां के विकास के लिए प्रतिबद्धता भी जताई। प्रधानमंत्री ने कहा जम्मू-कश्मीर की चिंता पूरे देश की चिंता है।
पीएम मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में फिल्म उद्योग का विस्तार किया जाएगा। देश के साथ-साथ विदेशी फिल्म उद्योगों को भी यहां शूटिंग करने का न्योता दिया जाएगा। यहां बनने वाली एक-एक फिल्म राज्य के विकास में बड़ी भूमिका निभाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक समय ऐसा था जब बॉलीवुड की किसी भी फिल्म की शूटिंग जम्मू-कश्मीर के बिना पूरी नहीं होती थी।
पीएम मोदी ने कहा- 'जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में दुनिया का सबसे बड़ा टूरिस्ट डेस्टिनेशन (पर्यटन गंतव्य) बनने की क्षमता है। इसके लिए जो वातावरण चाहिए, शासन प्रशासन में जो बदलाव चाहिए, वो किए जा रहे हैं लेकिन मुझे इसमें हर देशवासी का साथ चाहिए। एक जमाना था, जब बॉलीवुड की फिल्मों की शूटिंग के लिए कश्मीर पसंदीदा जगह थी। उस दौरान शायद ही कोई फिल्म बनती हो, जिसकी कश्मीर में शूटिंग न होती हो।'
पीएम मोदी ने आगे कहा- 'अब जम्मू-कश्मीर में स्थितियां सामान्य होंगी, तो देश ही नहीं, दुनिया भर के लोग वहां फिल्मों की शूटिंग करने आएंगे। हर फिल्म अपने साथ कश्मीर के लोगों के लिए रोजगार के अनेक अवसर भी लेकर आएगी। मैं हिंदी फिल्म इंडस्ट्री, तेलगू और तमिल फिल्म इंडस्ट्री और इससे जुड़े लोगों से आग्रह करूंगा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में निवेश के बारे में, फिल्म की शूटिंग से लेकर थिएटर और अन्य साधनों की स्थापना के बारे में जरूर सोचें।'
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने कहा कि दशकों के परिवारवाद ने जम्मू-कश्मीर के युवाओं को नेतृत्व का अवसर ही नहीं दिया। अब मेरे युवा, जम्मू-कश्मीर के विकास का नेतृत्व करेंगे और उसे नई ऊंचाई पर ले जाएंगे। मैं नौजवानों, वहां की बहनों-बेटियों से आग्रह करूंगा कि अपने क्षेत्र के विकास की कमान खुद संभालें।