राजकुमार हिरानी बॉलीवुड के उन निर्देशकों में गिने जाते हैं जिनकी बनाई हर फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित होती है । उन्होंने अभी तक कुल पांच फिल्मों का निर्देशन किया है । इन पांचों फिल्मों ने न केवल दर्शकों के दिलों की जीता बल्कि बॉक्स-ऑफिस के कई रिकॉर्ड तोड़े । राजकुमार हिरानी ने बहुतों को फिल्म निर्देशन की परिभाषा सिखाई।
उनकी बनाई हर फिल्म ने नए रिकॉर्ड बना दिए। वह 20 नवंबर को अपना जन्मदिन मनाते हैं। राजकुमार हिरानी के पिता सिंध (अब पाकिस्तान) के रहने वाले थे, जो कि एक टाइपिंग स्कूल चलाते थे। वो बंटवारे के बाद भारत आ गए, लेकिन राजकुमार हिरानी ने पापा का काम न कर कुछ बड़ा करने की ठानी हुई थी। थियेटर की तरफ उनका रुझान हुआ।
उन्होंने फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट पुणे में दाखिला लिया हीरो बनने के इरादे से, लेकिन पढ़ते हुए ही इरादा बदल गया और वो कोर्स बदल निर्देशन में आ गए। 1993 में फिल्मों की तरफ रुख किया। वो विज्ञापनों के लिए काम करते रहे। 1994 में '1942 ए लव स्टोरी', और 1998 में 'करीब' के प्रोमो के लिए काम किया। 2000 में 'मिशन कश्मीर' और 2001 में 'तेरे लिए' के लिए एडिटिंग की, लेकिन उनका असली सफर 2003 में शुरू हुआ।
उनके निर्देशन में बनी पहली फिल्म 'मुन्नाभाई एमबीबीएस' आई। संजय दत्त और अरशद वारसी की मुख्य भूमिकाओं वाली इस फिल्म ने कामयाबी के झंडे गाड़ दिए। राजकुमार हिरानी पहली ही फिल्म से छा गए। उनकी इस फिल्म को कई अवॉर्ड मिले। तीन साल बाद 2006 में राजकुमार हिरानी 'मुन्ना भाई एमबीबीएस' का अगला भाग 'लगे रहो मुन्नाभाई' लेकर आए।
एक बार फिर संजय दत्त और अरशद वारसी की जोड़ी आई और राजकुमार हिरानी ने जबरदस्त कामयाबी हासिल की। ये फिल्म 'मुन्ना भाई एमबीबीएस' से भी बहुत ज्यादा हिट हुई। इसके बाद राजकुमार हिरानी तीन साल बाद लौटे और साल 2009 में फिल्म 'थ्री इडियट्स' लेकर आए। इस फिल्म को हिन्दी सिनेमा की सबसे शानदार फिल्मों में से एक माना जाता है।