बॉलीवुड के शोमैन कहे जाने वाले राज कपूर के जाने के बाद यह उपाधी किसे दी जाए यह उस समय बहुत मुश्किल रहा होगा, पर इंडस्ट्री इस बात से बेखबर थी कि एक और नया शोमैन आने वाला है। आपको बतादें कि राज कपूर के देहांत के बाद यह उपाधी मिली सुभाष घई को। 24 जनवरी 1945 में सुभाश घई का जन्म नागपुर में हुआ था, तो आज उनके जन्मदिन के मौके पर नज़र डालते हैं उनकी 10 ऐसी फिल्मों पर जिन्होंने उन्हें बनाया बॉलीवुड का शोमैन।
कालीचरण (1976) - कालीचरण सुभाष की पहली फिल्म थी, जिससे उन्होंने इस इंडस्ट्री में डेब्यू किया था। फिल्म को प्रोड्यूस किया था मशहूर प्रोड्यूसर एन एन सिप्पी ने और यह फिल्म रिलीज़ होते ही बॉक्स ऑफिस पर हिट हो गई। फिल्म में लीड रोल में नज़र आए थे शत्रुघ्न सिन्हा और रीना रॉय जिनके अलावा इस फिल्म में अजीत खान, डैनी डेन्जोंगपा, मदन पुरी और प्रेमनाथ भी थे। इस फिल्म से पहले उन्होंने तकीदर, आराधना उमंग, और गुमराह जैसी फिल्मों में बतौर एक्टर भी काम किया।
कर्ज़ (1980)- कर्ज़ सुभाष घई द्वारा निर्देशित 1980 की भारतीय हिंदी भाषा की एक थ्रिलर फिल्म थी, जिसमें ऋषि कपूर और टीना मुनीम लीड रोल्स में थे जिनके अलावा फिल्म में सिमी गरेवाल भी थीं। फिल्म में सिमी गरेवाल ने श्रषि कपूर की पिछले जन्म की जानलेवा पत्नी कामिनी वर्मा की भूमिका निभाई थी। फिल्म की कहानी श्रषि कपूर के साथ हुए पूर्व जन्म के हाद्सों पर बेस्ड थी।
विधाता (1982) - 1982 में आई यह फिल्म संजय दत्त की फहली फिल्मों में से एक थी। इस फिल्म में उनके अलावा दिलीप कुमार, पद्मिनी कोल्हापुरे,शम्मी कपूर, संजीव कुमार, अमरीश पुरी, मदन पुरी, सुरेश ओबेरॉय और सारिका थे। फिल्म में दिलीप कुमार और पद्मिनी कोल्हापुरे ने लीड रोल निभाया था।
हीरो (1983) - कहा जाए तो सुभाष घई ने इस फिल्म से जैकी श्रॉफ के करियर की शुरुआत की थी। इस फिल्म से ही जैकी श्रॉफ को इंडस्ट्री में पहचान मिली। फिल्म को भारतीय बॉक्स ऑफिस पर "ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर" घोषित किया गया था, जिसके रिलीज होने के बाद जैकी श्रॉफ और मीनाक्षी शेषाद्री बहुत बड़े सितारे बन गए। भारत के कई शहरों में तो 750 दिनों तक हीरो का शो चला था।