जींद में बुधवार को किसान आंदोलन के समर्थन में महापंचायत का आयोजन किया गया था। इस दौरान मंच पर जैसे ही राकेश टिकैत पहुंचे, तो भीड़ अधिक होने के कारण मंच टूट गया। मंच टूटते ही उस पर खड़े गुरनाम सिंह चढूनी और राकेश टिकैत नीचे आ गिरे। हालांकि किसी को गंभीर चोट आने की सूचना नहीं है।
महापंचायत में उम्मीद के मुताबिक भीड़ थी। राकेश टिकैत जब मंच पर बोलने वाले थे तो उससे चंद मिनट पहले ही मंच टूट गया। उस दौरान गुरनाम सिंह चढूनी और राकेश टिकैत मंच पर थे। मंच के टूटते ही वहां हड़कंप मच गया लेकिन कुछ ही देर बाद टिकैत दोबारा मंच पर आए। इसके बाद उन्होंने कहा कि मंच भाग्यवानों के टूटते हैं।
पहले महापंचायत गांव के बीच स्थित कंडेला खाप के ऐतिहासिक चबूतरे पर की जानी थी लेकिन भीड़ अधिक होने की संभावना के चलते सात एकड़ में बने खेल स्टेडियम को चुना गया है।
मंच पर पहुंचने के बाद सबसे पहले राकेश टिकैत को हल देकर सम्मानित किया गया। उनके पहुंचने के बाद वहां लोग अपनी-अपनी जगहों से खड़े हो गए उन्होंने मंच से ही हाथ जोड़कर लोगों को बैठने की अपील की।
इस मौके पर पहुंचे भाकियू के महासचिव ने कहा कि दिल्ली में एक लाख लोग हैं, एक करोड़ होने चाहिए। महासचिव युद्धवीर सिंह ने कहा कि जब भी संदेश आए सभी दिल्ली पहुंचे। राकेश टिकैत ने मंच ठीक होने के बाद जब दोबारा बोलना शुरू किया तो सरकार को चेतावनी ही दे डाली। उन्होंने तल्ख लहजे में कहा कि अभी तो हमने बिल वापसी की बात की है अगर गद्दी वापसी की बात की तब सरकार क्या करेगी। उन्होंने ये भी कहा यह युवाओं की क्रांति का साल है।