दुनियाभर में बढ़ते कोरोना संक्रमण के नए मामले काफी चिंता बढ़ाने वाले हैं। भारत, चीन, ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका में पिछले दिनों तेजी से हालात बिगड़ते नजर आए हैं। संक्रमण के बढ़ते मामलों के लिए विशेषज्ञ ओमिक्रॉन और इसके सब-वैरिएंट BA.2 को प्रमुख कारक मान रहे हैं। अध्ययनों में BA.2 वैरिएंट को मूल ओमिक्रॉन से 10 गुना अधिक संक्रामकता वाला बताया जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि जिस तरह से वैश्विक स्तर पर नए केसों में इजाफा देखा जा रहा है इसके लिए नए वैरिएंट्स की अत्याधिक संक्रामकता और प्रकृति को एक बड़ा कारण माना जा सकता है। सब-वैरिएंट BA.2 के कारण जारी संकट के बीच विशेषज्ञों ने दो और नए सब-वैरिएंट्स को लेकर अलर्ट जारी किया है।
हालिया रिपोर्ट्स में वैज्ञानिकों ने ओमिक्रॉन के दो नए सब-वैरिएंट BA.4 और BA.5 को लेकर सचेत किया है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुतबिक यह दोनों नए वैरिएंट्स कई तरह की नई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकते हैं। इतना ही नहीं यह प्राकृतिक संक्रमण और टीकाकरण दोनों से बनी प्रतिरक्षा को आसानी से मात देने वाले भी हो सकते हैं।
अध्ययन में वैज्ञानिकों ने सभी देशों को उभरते खतरे को लेकर सचेत किया है। इस अध्ययन की समीक्षा की जानी अभी शेष है। आइए आगे इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
हालिया रिपोर्ट्स में वैज्ञानिकों ने ओमिक्रॉन के दो नए सब-वैरिएंट BA.4 और BA.5 को लेकर सचेत किया है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुतबिक यह दोनों नए वैरिएंट्स कई तरह की नई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकते हैं। इतना ही नहीं यह प्राकृतिक संक्रमण और टीकाकरण दोनों से बनी प्रतिरक्षा को आसानी से मात देने वाले भी हो सकते हैं।
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