सर्दियों के सबसे पसंदीदा खास खाद्यों में से एक हैं ड्राय फ्रूट्स या सूखे मेवे। याद कीजिए कुछ दशकों पहले बचपन में खाने के लिए कई तरह के सूखे मेवों के लड्डू दिए जाते थे, यह सर्दियों का असली आनंद तो होता ही था, साथ ही इसके पीछे छिपा होता था स्वास्थ्य का महत्वपूर्ण पहलू भी। सूखे मेवे यानी ड्राय फ्रूट्स पोषण के साथ-साथ शरीर को भीतर से गर्माहट देने का काम भी करते थे, ताकि ठंड का बुरा असर शरीर को नुकसान न पहुंचाए। बाकी मौसमों के हिसाब से चूंकि सूखे मेवे गरिष्ठ हो सकते हैं, इसलिए घर के बड़े-बुजुर्ग काजू, किशमिश, बादाम, खसखस, केसर, गोंद, गुड़ आदि जैसी चीजों के सेवन के लिए इस मौसम को खासतौर पर अच्छा मानते हैं।
पोषण देने के साथ ही सूखे मेवों में मौजूद गुणकारी तत्व हड्डियों को मजबूत बनाने, दिल को हेल्दी रखने से लेकर डिप्रेशन और स्ट्रेस जैसी स्थितियों से लड़ने में भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह एलर्जी जैसी समस्याओं से आपका बचाव करने में भी सक्षम होते हैं। लेकिन इनका फायदा तब है जब आप इनका उपयोग सही तरीके से, सही मात्रा में और नियमित करें। जानिए किस तरह एलर्जी व अन्य समस्याओं से बचाव में भूमिका निभाते हैं ड्राय फ्रूट्स।
त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद है इनका सेवन
त्वचा संबंधी समस्याएं जैसे कि रूखी और पपड़ीदार त्वचा, खुजली या दानों की समस्या, त्वचा का लाल होना, एक्जिमा जैसी दिक्क्तों का उभरना या ऊनी कपड़ों से होने वाले एलर्जी, आदि ठंड के मौसम में उभर सकती हैं। बादाम का सेवन इस मामले में बहुत फायदेमंद हो सकता है। इसमें मौजूद विटामिन ई, एंटीऑक्सीडेंट्स और एसेंशियल ऑइल त्वचा को नर्म और नम बनाए रखने में सहायता करता है। यही कारण है कि त्वचा पर बादाम का तेल लगाने या इसकी मालिश करने की भी सलाह दी जाती है।
नियमित बादाम का सेवन (अगर भीगे हुए हों तो और भी अच्छा) त्वचा को चमकीला और स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। बादाम शुगर लेवल को नियंत्रित करने में भी भूमिका निभाता है।
अखरोट और काजू हैं बहुत लाभदायक
- अखरोट का सेवन भी त्वचा और बालों की सेहत के लिए अच्छा होता है। अखरोट शरीर को भीतर से मजबूती देने में भी मदद करता है। यही कारण है कि कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों को भी डॉक्टर्स अखरोट खाने की सलाह देते हैं। इसमें मौजूद विटामिन्स, ओमेगा-3 फैटी एसिड्स, खनिज, एंटीऑक्सीडेंट्स और प्रोटीन किसी भी इंफेक्शन के खिलाफ शरीर को मजबूती देने का काम करते हैं। इसमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड एलर्जी के कारण नाक की सूजन और नाक के बंद होने की स्थिति से उबारने में मदद करता है। अखरोट के गुण अस्थमा और मौसमी एलर्जी के लक्षणों को दूर रखने में भी मददगार होते हैं।
- काजू को यूं गरिष्ठ सूखे मेवों में से एक माना जाता है लेकिन असलियत यह है कि काजू इतना भारी नहीं होता। बल्कि ये अपने गुणों के कारण टाइप-2 डायबिटीज के नियंत्रण में भी मदद करता है। इसमें भी भरपूर मात्रा में मैग्नीशियम होता है। साथ ही इसमें विटामिन-के और विटामिन बी6 के साथ ही फॉस्फोरस, जिंक जैसे महत्वपूर्ण तत्व होते हैं जो एलर्जी के खिलाफ शरीर को मजबूत बनाने में सहायता करते हैं।
अंजीर और किशमिश का रोज कर सकते हैं सेवन
- ठंड में लोग अंजीर का सेवन भी काफी करते हैं। ये पेट के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह एक तथ्य है कि पेट दुरुस्त हो तो सामान्य एलर्जी या समस्याओं का खतरा कम हो जाता है। इसमें भरपूर फाइबर के अलावा विटामिन ए,सी के साथ ही कैल्शियम, आयरन, पोटेशियम और मैग्नीशियम भी होता है। यह इम्युनिटी को मजबूत बनाने के साथ ही सांस सम्बन्धी दिक्कतों में भी राहत देता है।
- आयरन, पोटैशियम, कॉपर, विटामिन बी6 तथा मैंगनीज जैसे पोषक तत्वों से लैस किशमिश और मुनक्का भी एलर्जी सहित कई समस्याओं से बचाने का काम कर सकते हैं। इसमें मौजूद पोटेशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स कोशिकाओं को होने वाली क्षति से भी बचाव करने में सक्षम होता है।
इन मेवों को भी माना जाता है बेहत स्वास्थवर्धक
- खजूर और छुहारे ठंड का एक और शानदार उपहार है। ये शरीर को डिटॉक्स करने के साथ अंदरूनी सूजन से बचाव में मदद करते हैं। फाइबर, आयरन, कैल्शियम और पोटेशियम से भरपूर होने के कारण ये सम्पूर्ण स्वास्थ्य को अच्छा रखने में मदद करते हैं। इनका सेवन एनर्जी देता है, एनीमिया और कमजोरी से लड़ने में सहायता करता है, इम्युनिटी बढ़ाता है और शरीर को भीतर से गर्म बनाए रखता है।
- इन सबके अलावा केसर, पिस्ता, खसखस, चिलगोजा, आदि जैसे मेवों और इनके साथ कॉम्बिनेशन में गुड़, घी, गोंद जैसी चीजों को मिलाकर ठंड की बहुत सारी पौष्टिक रेसिपीज बनाई जा सकती हैं। कोशिश ये करें कि उपयोग सीमित मात्रा में हो और नियमित हो। ज्यादा मात्रा में सूखे मेवों का सेवन भी नुकसान पहुंचा सकता है। वहीं यदि आपको किसी तरह की फ़ूड एलर्जी है तो डॉक्टर से सलाह लेकर ही इनका सेवन करें।
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