डॉ शिवालक्ष्मी
एम्स
देश में कोरोना के मामले दिन-प्रतिदिन गंभीर होते जा रहे हैं। कोरोना की दूसरी लहर में रोगियों में फेफड़ों के संक्रमण और ऑक्सीजन की कमी के मामले ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। देशभर के अस्पतालों में बेडों और संसाधनों की व्यापक कमी के बीच गंभीर स्थिति में लोगों को घर पर ही ऑक्सीजन लगाना पड़ रहा है। लेकिन क्या आप ऑक्सीजन सिलेंडरों के सही तरीके से प्रयोग और उससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें जानते हैं? विशेषज्ञों का मानना है कि किसी व्यक्ति को ऑक्सीजन थेरेपी देते समय आपको दोगुना सावधान रहने की जरूरत होती है साथ ही इससे जुड़े जोखिमों और खतरों के बारे में भी आपको पता होना चाहिए।
आइए इस लेख में जानते हैं कि घर पर मेडिकल ऑक्सीजन के इस्तेमाल के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं?
कब होती है मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरत?
एम्स की डॉ शिवालक्ष्मी बताती हैं कि शरीर में यदि ब्लड ऑक्सीजन का स्तर 94-99 के बीच है तो इसे बेहतर माना जाता है। वहीं जब रोगी के ऑक्सीजन का स्तर (SpO2) 93 से कम हो जाए तो उसे मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरत होती है। डॉ शिवालक्ष्मी कहती हैं कि देखने को मिल रहा है कि लोग सुरक्षा की दृष्टि से संसाधनों की अंधाधुंध जमाखोरी कर रहे हैं जोकि सही नहीं है।
आपके पास ऑक्सीजन सिलेंडर है इसका मतलब यह नहीं है कि आप सुरक्षित हैं, इन उपकरणों के इस्तेमाल से पहले डॉक्टर या विशेषज्ञों से सलाह लेना जरूरी होता है। जिन लोगों का सेचुरेशन कम हो रहा होता है उनमें से कुछ को कम मात्रा में जबकि कुछ को पूरे दिन ऑक्सीजन की जरूरत हो सकती है। इसे जानने के लिए आपको किसी डॉक्टर से सलाह जरूर लेना चाहिए।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया कहते हैं कि मरीजों को मेडिकल ऑक्सीजन का उपयोग करने से पहले कुछ सावधानियों को ध्यान में रखना जरूरी होता है। जिन लोगों के ऑक्सीजन का स्तर 92 या 94 है, उन्हें सेचुरेशन को बढ़ाने के लिए मेडिकल ऑक्सीजन लेने की आवश्यकता नहीं है। यदि ऑक्सीजन का स्तर 94 या उससे थोड़ा कम है, तो आपको अपनी स्थिति पर निगरानी रखने की जरूरत है लेकिन आपको अभी भी ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं है। लोगों के मन में बैठ गया है कि ऑक्सीजन का स्तर 94 से कम मतलब ऑक्सीजन की जरूरत, जबकि इसके भी कई पहलू हैं।
ऑक्सीजन मास्क और नेजल कैनुअल के उपयोग का तरीका
डॉक्टर कहते हैं कि बहुत सारे लोग ऑक्सीजन मास्क और नेजल कैनुअल को भी सही तरीके से नहीं लगा पाते है, इसके अलावा घबराहट के कारण और भी समस्या पैदा हो सकती है। जिस तरह से आप फेस मास्क का उपयोग कर रहे हैं, इसमें भी यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि ऑक्सीजन मास्क ठीक से फिट हो और इसमें कोई रिसाव या आसपास कोई गैप न हो। कई लोग पहले से ही इस्तेमाल उपकरणों को प्रयोग में ला रहे हैं ऐसे में इसके हर बार इस्तेमाल से पहले मास्क और कैनुअल को अच्छी तरह से सेनेटाइज कर लें। जिस कमरे में रोगी को ऑक्सीजन दे रहे हैं उसमें पर्याप्त वेंटिलेशन की व्यवस्था होनी चाहिए।