जब आप किसी से प्यार करते हैं तो उसके साथ अंतरंग हो जाना आम बात है। लड़के हों या फिर लड़की, पार्टनर के साथ हर बार अंतरंग पलों में होने के बाद भी कुछ न कुछ नया होता है, जिससे युवा स्वयं हैरत में पड़ जाते हैं। किसी शख्स से कोई कितना भी प्यार क्यों न करें लेकिन कई बार ऐसा होता है कि शारीरिक संबंध बनाने के बाद वह भावुक होने लगता है। ऐसे में कभी उसे रोना आ सकता है तो कभी चिड़चिड़ापन होने लगता है। लेकिन आप इस स्थिति को लेकर क्या सोचते हैं? इन भावनाओं को आखिर कहते क्या हैं और ऐसा क्यों होता है? आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से:
- शारीरिक संबंध बनाने के बाद किसी महिला का मूड खराब हो जाता है या उसे चिड़चिड़ापन सा लगने लगता है और उसे लगता है कि कुछ भी ठीक नहीं है तो ऐसी समस्या से गुजरने वाली वह अकेली महिला नहीं हैं। बहुत सी महिलाएं इस तरह की समस्या से गुजरती हैं और इसके पीछे कुछ वैज्ञानिक कारण भी होते हैं।
- इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर सेक्शुअल मेडिसिन के मुताबिक, पोस्टक्वॉइटल डिस्फोरिया या पोस्ट सेक्स ब्लूज उस फीलिंग को कहते हैं जो अपनी इच्छा से बनाए गए शारीरिक संबंधों के बाद भी गहरे दुख या चिड़चिड़ेपन के रूप में सामने आती है। ऐसी भावनाएं स्त्री या पुरुष किसी को भी आ सकती हैं।
- पोस्टक्वॉइटल डिस्फोरिया की सही वजह का तो पक्का पता नहीं लग पाया है, लेकिन मेडिसिनिया पत्रिका की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह काफी परेशान करने वाला अनुभव होता है। पार्टनर के साथ अंतरंग पलों का अनुभव अच्छा रहा हो, बुरा रहा हो या फिर सामान्य। ये वजहें बहुत से लोगों को अलग-अलग तरह से प्रभावित करती है।
- शारीरिक संबंध के दौरान या बाद कुछ लोग रोने लगते हैं तो कुछ झल्लाने लगते या बेचैन हो जाते हैं। इसकी एक वजह तो यह है कि अगर कोई ऐसा इंसान है जो किसी से भावनात्मक स्तर पर जुड़ाव होने के बाद ही अंतरंग पलों का आनंद लेता हो तो उसे रोना आ सकता है। उसे रोना आएगा अगर वह पार्टनर से भावनात्मक रुप से जुड़े नहीं हों।