शादियों का बदलता ट्रेंड सिर्फ जड़ों से पलायन तक ही सीमित नहीं है। इसके लिए डिग्रियों की तुलना, उम्र का अंतर और पसंद-नापसंद भी जिम्मेदार है। कॅरिअर, आत्मनिर्भरता के प्रयास अच्छे हैं, पर इस दौड़ में शादी की उम्र कहीं पीछे छूट रही है। इसका नतीजा सेहत संबंधी परेशानियों के रूप में सामने आ रहा है।
वर्षों से गठबंधन करवाने के कारोबार से जुड़े लोगों का कहना है कि सुयोग्य जीवनसाथी की तलाश के क्रम में लड़के-लड़कियों की शादी की उम्र तो मायने रखती है, पर लड़कियों की आयु पर ज्यादा फोकस होता है। वहीं चिकित्सकों का कहना है कि बढ़ती उम्र में शादी कई तरह की शारीरिक व मानसिक दिक्कतों का कारण बनती जा रही है।
मैरिज ब्यूरो के पास आने वाले आवेदनों की पड़ताल के मुख्य बिंदु :
वर-वधू को लेकर अपेक्षाएं क्या हैं, रिश्ता ढूंढने निकले लोगों की मांग क्या है और इन सबके बीच शादी की
उम्र को लेकर दोनों पक्षों का नजरिया क्या है, इसे कुछ यूं समझें
वर्षों से गठबंधन करवाने के कारोबार से जुड़े लोगों का कहना है कि सुयोग्य जीवनसाथी की तलाश के क्रम में लड़के-लड़कियों की शादी की उम्र तो मायने रखती है, पर लड़कियों की आयु पर ज्यादा फोकस होता है। वहीं चिकित्सकों का कहना है कि बढ़ती उम्र में शादी कई तरह की शारीरिक व मानसिक दिक्कतों का कारण बनती जा रही है।
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