जीवन में कोई ऐसा व्यक्ति नहीं जो किसी चीज से कभी डरा न हो। जीवन में कभी न कभी हमें डर (fear) का सामना करना पड़ता है। फिर चाहे वह अनजाना डर (fear) हो या जाना पहचाना। लेकिन जब यह डर (fear) हम पर हावी होने लगता है तो हमारे लिए काफी मुश्किलें खड़ी हो जाती हैं। ऐसे में जब तक आपके मन से यह डर (fear) नहीं निकल जाता, तब तक आपके लिए कोई काम करना मुश्किल हो जाता है। जीवन से डर (fear) को दूर भगाने या फिर उस पर काबू पाने के लिए पढ़ें ये प्रेरणादायी विचार —
तब तक ही भय से डरना चाहिए जब तक वह पास नही आता परंतु भय को अपने निकट आता हुआ देखकर प्रहार करके उसे नष्ट करना ही उचित है।
— चाणक्य
अगर आज हम अपने डर पे काबू नहीं पा लेते हैं तो कल हमारा डर हम पर काबू पा लेगा।
— अज्ञात
जिस मनुष्य को अपने मनुष्यत्व का भान है, वह ईश्वर के सिवा और किसी से नहीं डरता है।
—महात्मा गांधी
जिंदगी में तब तक नहीं डरना चाहिए, जब तक आपको लोग न समझ पाएं लेकिन आपको तब जरूर डरना चाहिए, जब आप खुद को ही न समझ पाएं।
—अज्ञात