दो साल पहले पूरी दुनिया में यह बहस चल रही थी कि क्या सिमोन बाइल्स दुनिया की सर्वश्रेष्ठ जिम्नास्ट बन पाएंगी या नहीं लेकिन अब अांकड़े खुद उनकी सफलता की कहानी बयां कर रहे हैं। 21 वर्षीय बाइल्स ने मात्र पांच वर्ष के सीनियर करियर में वह सब उपलब्धियां हासिल कर ली, जिसे अधिकतर खिलाड़ी ताउम्र हासिल नहीं कर पाते।
एक दिन पहले पता चला कि किडनी में स्टोन है
2013 में सीनियर स्तर पर शुरुआत करने वाली बाइल्स दुनिया की सर्वश्रेष्ठ जिम्नास्ट बनकर सारे लगभग सभी रिकॉर्ड अपने नाम कर चुकी हैं। दोहा विश्व चैंपियनशिप में खेलने से एक दिन पहले बाइल्स को पता चला कि उनकी किडनी में स्टोन है। वह पहली स्पर्धा के 24 घंटे पहले अस्पताल में भर्ती थीं।
दर्द की परवाह किए बिना खेलीं
इसके बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और दर्द की परवाह किए बिना खेलीं और कई रिकॉर्ड तोड़े। 2016 ओलंपिक के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह उनका पहला बड़ा टूर्नामेंट था। उन्होंने रियो में चार स्वर्ण और एक कांस्य सहित कुल पांच पदक जीते थे।
विश्व चैंपियनशिप में छह स्वर्ण पदक जीते
करीब 14 माह बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वापसी करने करने वाली बाइल्स ने दोहा में हुई विश्व जिम्नास्टिक चैंपियनशिप में कई रिकॉर्ड अपने नाम किए। उन्होंने चैंपियनशिप की सभी छह स्पर्धाओं में (चार स्वर्ण, एक रजत, एक कांस्य) पदक जीते। वह ऐसा करने वालीं अमेरिका की पहली जिम्नास्ट बनीं। उन्होंने टीम, ऑल-राउंड, वॉल्ट, फ्लोर स्पर्धा में स्वर्ण, अनईवन बार्स में रजत और बैलेंस बीम में कांस्य पदक जीता।
एलेना के 31 साल बाद बाइल्स
किसी जिम्नास्ट ने 31 साल बाद एक विश्व चैंपियनशिप में छह पदक जीतने की ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। बाइल्स से पहले 1987 में सोवियत यूनियन की एलेना शुसुनोवा ने नीदरलैंड में हुई चैंपियनशिप में छह (दो स्वर्ण, तीन रजत, एक कांस्य) पदक जीते थे।