चार मार्च को राधारानी के गांव बरसाना में लठामार होली खेली जाएगी। यहां होली खेलने के लिए भगवान श्रीकृष्ण के नंदगांव से हुरियारे आएंगे। उनके स्वागत के लिए बरसाना आतुर है। कस्बे के विभिन्न मोहल्लों में रंगीली होली के दिन निकाली जाने वाली चौपाई के लिए लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा है। बुजुर्गों से युवा लड़के चौपाई गायन सीख रहे हैं तो जगह-जगह नगाड़े भी सजाए जा रहे हैं।
नंदगांव से आने वाले हुरियारे बरसाना के प्रिया कुंड पर अपना पड़ाव करते हैं। प्रिया कुंड पड़ाव को प्रतीकात्मक जनवासा भी कहा जाता है। कस्बे के प्रमुख गणमान्य नागरिकों द्वारा प्रिया कुंड पर हुरियारों का स्वागत किया जाता है। यहां हुरियारों को भांग की ठंडाई पिलाई जाती है।
प्रिया कुंड पर बरसाना के हर मोहल्ले के लोग अपने-अपने नगाड़े, ढोल, ढप, मंजीरा लेकर पहुंच जाते हैं। हर मोहल्ले की अपनी एक अलग ध्वज होती है। नगाड़ों की थाप पर युवा थिरकते हैं तो बुजुर्ग होली के रसिया गाते हुए चलते हैं। नंदगांव के हुरियारे प्रिया कुंड से लाडिली, मंदिर की ओर चले जाते हैं और चौपाई गायक अपनी अपनी मंडली के साथ सुदामा चौक से रंगीली गली होते हुए मुख्य बाजार में आ जाते हैं।
बरसाना के चैना थोक, टांटिया मोहल्ला, बहबूदिया मोहल्ला, बाग मोहल्ला, वृषभानु जी मंदिर, बास मोहल्ला, तेहिया मोहल्ला, यादव मोहल्ला, श्रोत्रिय समाज व गोस्वामी समाज के लोगों द्वारा चौपाई गायन में बढ़चढ़ कर भाग लिया जाता है।
चौपाई गायक निरंजन यादव ने बताया कि लठामार होली खेलने नंदगांव के हुरियारे आते हैं। उनके स्वागत में नगाड़ा के साथ होली की चौपाई गाते हुए प्रिया कुंड से लाते हैं। लठामार होली बरसाना में ब्राह्मण महिलाएं खेलती हैं और बरसाना की सातों समाज के लोग नंदगांव के हुरियारों का स्वागत करते हैं।