भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आगरा जिले की सभी नौ विधानसभा सीटों पर घोषित प्रत्याशियों में जातीय समीकरण और अनुभव को वरीयता दी है। पांच सीटों पर प्रत्याशी बदले गए हैं, जबकि चार सीटों पर वर्तमान विधायकों पर ही भरोसा जताया गया है। दो महिलाओं को प्रत्याशी बनाया है। आगरा ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से पार्टी ने अपनी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबीरानी मौर्य को मौका दिया है, जबकि राज्यमंत्री उदयभान सिंह का टिकट काटकर फतेहपुर सीकरी के पूर्व सांसद चौधरी बाबूलाल पर भरोसा जताया है।
एत्मादपुर से निवर्तमान विधायक रामप्रताप सिंह, खेरागढ़ से महेश गोयल और फतेहाबाद से जितेंद्र वर्मा का टिकट कटा है। भाजपा ने निवर्तमान विधायकों की जगह पूर्व विधायकों को टिकट थमाकर बदलाव किया है। एत्मादपुर से सपा छोड़कर आए डॉ. धर्मपाल सिंह, खेरागढ़ से भगवान सिंह कुशवाह और फतेहाबाद से छोटेलाल वर्मा को प्रत्याशी बनाया गया है। इस बार भाजपा ने किसी नए चेहरे पर दांव नहीं लगाया है।
एत्मादपुर से निवर्तमान विधायक रामप्रताप सिंह, खेरागढ़ से महेश गोयल और फतेहाबाद से जितेंद्र वर्मा का टिकट कटा है। भाजपा ने निवर्तमान विधायकों की जगह पूर्व विधायकों को टिकट थमाकर बदलाव किया है। एत्मादपुर से सपा छोड़कर आए डॉ. धर्मपाल सिंह, खेरागढ़ से भगवान सिंह कुशवाह और फतेहाबाद से छोटेलाल वर्मा को प्रत्याशी बनाया गया है। इस बार भाजपा ने किसी नए चेहरे पर दांव नहीं लगाया है।