किसान आंदोलन के चलते आगरा जोन में पुलिस प्रशासन अलर्ट पर है। एक्सप्रेसवे और हाईवे पर कड़ा पहरा है। पुलिस के साथ पीएसी को तैनात किया गया है। रविवार को आईजी ए. सतीश गणेश ने फिरोजाबाद और मैनपुरी का दौरा किया। पुलिस अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। इधर, आगरा के एत्माद्दौला क्षेत्र में किसानों की ट्रैक्टर रैली को रोक दिया गया। जिले के कई किसान नेताओं को पुलिस ने उनके घर पर ही नजरबंद कर दिया है। मथुरा जिले में यमुना एक्सप्रेसवे पर पुलिस-पीएसी के 650 जवान मुस्तैद किए गए हैं।
गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में ट्रैक्टर परेड निकालने का एलान किसान नेताओं ने किया है। इसे लेकर आगरा समेत जोन के सभी जिले में चौकसी बढ़ा दी गई है। किसान नेताओं के घर पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। आगरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) बबलू कुमार ने बताया कि हाईवे और एक्सप्रेसवे के टोल पर पुलिस तैनात की गई है।
आगरा में भाकियू (भानु) के प्रदेश सचिव श्रवण सिंह भदौरिया ने दिल्ली की ट्रैक्टर रैली में शामिल होने का एलान किया था। उनके घर से निकलने से पहले ही पुलिस गांव रामपुर चंद्रसैनी पहुंच गई। किसान नेता श्रवण सिंह भदौरिया ने बताया कि पुलिस ने उन्हें घर से नहीं निकलने दिया। घर पर ही रहने की हिदायत दी है।
गढ़ी वृंदावन में भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष के निवास पर पुलिस ने किसान और ट्रैक्टरों को नजरबंद कर रखा है। रविवार को भाकियू के प्रदेश सचिव कलुआ सिंह भी पहुंचे। लेकिन पुलिस ने ट्रैक्टरों को आगे नहीं बढ़ने दिया। नोकझोंक भी हुई। जिलाध्यक्ष राजवीर लवानियां ने कहा कि जब सरकार ने ट्रैक्टर परेड के लिए रूट तय कर छूट दे दी है, फिर भी पुलिस ट्रैक्टरों के साथ नहीं जाने दे रही। किसान नेता श्याम सिंह चाहर को रोहता स्थित उनके घर पर पुलिस ने नजरबंद कर दिया है।
किरावली में किसानों की रिहर्सल ट्रैक्टर रैली को रविवार को कुकथला चौकी पर पुलिस ने रोक लिया। इस दौरान किसान नेता चौधरी दिलीप सिंह, जनक सिंह, संजीव चौधरी धरने पर बैठ गए। इन तीनों किसान नेताओं को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इंस्पेक्टर अछनेरा उदयवीर सिंह मलिक ने बताया कि तीनों नेताओं को हिरासत में लेने के बाद छोड़ दिया गया है।