आगरा में थाना जगदीशपुरा के मालखाने में 25 लाख रुपये की चोरी के मामले में हिरासत में लिए गए अरुण नरवार की मौत के मामले की विवेचना 82 दिन बाद भी अधूरी है। कासगंज पुलिस अब तक बयान ही ले रही है। केस में आरोपियों के नाम तक नहीं खुल पाए हैं। थाना जगदीशपुरा के मालखाने में 16 अक्तूबर को चोरी की वारदात हुई थी। चोर 25 लाख रुपये चोरी करके ले गया था। दूसरे दिन चोरी का पता चला था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। मामले में निरीक्षक , दरोगा सहित छह पुलिसकर्मी निलंबित किए गए थे। 19 अक्तूबर को पुलिस ने थाने के सफाईकर्मी अरुण नरवार को हिरासत में लिया। 20 अक्तूबर की तड़के उसकी पुलिस की हिरासत में मौत हो गई। तत्कालीन एसएसपी मुनिराज जी. ने पूछताछ करने वाले निरीक्षक सहित पांच को निलंबित किया था। परिजनों ने पुलिस पर पिटाई से मौत का आरोप लगाया था। मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ। इसमें किसी को आरोपी नहीं बनाया गया। विवेचना कासगंज पुलिस को सौंपी गई। 82 दिन बाद भी पुलिस अब तक बयान ही ले सकी है।
एसपी कासगंज बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि केस में विवेचना चल रही है। साक्ष्य संकलन किया जा रहा है। बयान लेने की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही विवेचना पूरी कर ली जाएगी।
मृतक के भाई सोनू नरवार का कहना है कि एक ही बार पुलिस आई थी। बयान दर्ज करके चली गई। इसके बाद टीम नहीं आई। वह जब भी पुलिस अधिकारियों से मिलते हैं, उनसे यही कहा जाता है कि विवेचना चल रही है।
प्रियंका गांधी ने दो बार पीड़ित परिवार से की थी मुलाकात
हिरासत में मौत के मामले के बाद राजनीति गर्मा गई थी। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने घर आकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी। बाद में दूसरी बार भी परिवार से मिलने आई थीं। उन्होंने दोषियों पर कार्रवाई की मांग की थी।
कब क्या हुआ
- 16 अक्तूबर 2021 : रात में थाने के मालखाने में 25 लाख की चोरी हुई।
- 17 अक्तूबर 2021 : सुबह मालखाने के मुंशी के आने पर चोरी का पता चला।
- 17 अक्तूबर 2021 : थाना प्रभारी निरीक्षक सहित छह निलंबित किए गए।
- 19 अक्तूबर 2021 : सफाईकर्मी अरुण नरवार को हिरासत में लिया गया।
- 20 अक्तूबर 2021 : हिरासत में लिए गए सफाईकर्मी अरुण नरवार की मौत हुई।
- 20 अक्तूबर 2021 : एक निरीक्षक सहित पांच पुलिसकर्मी निलंबित। विवेचना कासगंज को दी गई।
- 26 अक्तूबर 2021 : कासगंज पुलिस आगरा पहुंची। केस से संबंधित पत्रावली कब्जे में ली।
हिरासत में मौत का मामला: 31 दिन बाद भी एक कदम आगे नहीं बढ़ सकी जांच, उठ रहे सवाल