नवोदय छात्रा की कथित हत्या व दुष्कर्म मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) खुलासे के करीब पहुंच चुकी है। इसके बाद एसआईटी अब साक्ष्य मजबूत करने में जुटी है। पूछताछ के बाद जब्त मोबाइलों से डिलीट मैसेज आदि रिकवर किए जाने के काम में एक्सपर्ट लगे हुए हैं। वहीं शनिवार को संदिग्धों की निगरानी के लिए टीमें अपने काम में लगी रहीं।
नवोदय विद्यालय में 16 सितंबर 2019 को एक छात्रा की मौत हो गई थी। मौत का रहस्य सुलझाने में जुटी एसआईटी काफी हद तक कामयाब हो चुकी है। सूत्रों के अनुसार मुल्जिमों की पहचान के साथ ही जहां गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ दबिश जारी हैं, वहीं साक्ष्यों को और अधिक मजबूत किए जाने को लेकर भी एसआईटी काम में जुटी हुई है। अब पूछताछ के बाद संदिग्धों के जब्त किए गए मोबाइलों से डिलीट किए गए मैसेज आदि को रिकवर करने का काम शुरू हो चुका है। कई एक्सपर्ट इस काम में लगे हुए हैं।
एसआईटी को शक है कि इन मैसेज में छात्रा की मौत से संबंधित बातचीत की गई है। बाद में साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से इन्हें डिलीट कर दिया गया है। वहीं मुल्जिम के करीबी व संदिग्ध लोगों की निगरानी का कार्य अपनी रफ्तार के साथ जारी है। छात्रा के घर के बाहर व आसपास भी मुखबिरों का तंत्र सक्रिय है, वह लगातार आने जाने वाले लोगों व गतिविधि पर नजर बनाए हुए है।
गिरफ्तारी न होने पर कोर्ट जा सकती है एसआईटी
सूत्रों के अनुसार नवोदय छात्रा की कथित हत्या व दुष्कर्म मामले में आरोपी का पकड़ा जाना शेष रह गया है। उसके पकड़े जाने के साथ ही कबूलनामा और डीएनए रिपोर्ट के साथ ही खुलासा होगा। कई दिनों से गिरफ्तारी के प्रयास में जुटीं टीमों को अब तक सफलता नहीं मिल सकी है।