मथुरा के नंदगांव में विश्व प्रसिद्ध लठामार होली की तैयारियां जोरों पर हैं। हुरियारे प्रेमपगी लाठियों से बचने को ढाल और पाग को संभाल रहे हैं तो हुरियारिनें अपनी लाठियों को तेल पिला रही हैं। होली के रसिया, दोहों और पदों को गाकर हुरियारे अनेक तरह से लठामार होली के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं। कोई ढालों को सजा रहा है तो कोई नई धोती बगलबंदी तैयार करा रहा है। युवाओं के साथ बुजुर्ग और बच्चों में भी लठामार होली को लेकर उत्साह है। ब्राह्मण समाज के घर-घर में लठामार की तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं।
अमर उजाला की टीम ने रविवार को जब हुरियारों के घरों में दस्तक दी तो ज्यादातर लोग होली की तैयारियों में व्यस्त नजर आए। नंदबाबा मंदिर के सेवायत विजन गोस्वामी ने बताया कि हुरियारे लठामार की तैयारी में जुट चुके हैं। रात्रि में नंदभवन में समाज का आयोजन किया जा रहा है। रमेशचंद्र गोस्वामी ने बताया कि लाठियों से बचने के लिए ढालों को तेल पिलाया जा रहा है, ताकि वर्ष भर में चमड़े से बनी ढाल सूख जाती है। लाठियों के वार से सूखी ढाल चटख जाती है। ढालों की सुरक्षा के लिए दो तीन बार तेल लगाकर उन्हें सुखाया जा रहा है।
नंदगांव के रमेश गुसाईं ने बताया कि श्रीजी को सुंदर पदों के माध्यम से होली सुनाने के लिए प्रतिदिन नंदभवन में आयोजित समाज गायन के माध्यम से अभ्यास किया जा रहा है। बृजेंद्र मास्टरजी ने बताया ने बताया कि हुरियारे लठामार के लिए नई बगलबंदी सिलवा रहे हैं। धोती और पाग का इंतजाम करने में लगे हैं। वहीं कुछ हुरियारे पुरानी पोशाकों को धुलवाकर होली की तैयारी कर रहे हैं। दीपक गुरु ने बताया कि बसंत पंचमी से ही कुछ हुरियारों ने पौष्टिक आहार लेना शुरू कर दिया है ताकि हुरियारिनों के वारों को अधिक देर तक सहन कर सकें। सागर गोस्वामी ने बताया कि पिचकारियों को तैयार किया जा रहा है। बरसाना वालों के स्वागत के लिए टेसू के फूलों का रंग बनाया जा रहा है।
ब्रज में वसंत पंचमी से ही होली का उल्लास छाया हुआ है। अब लठामार होली के लिए हुरियारे और हुरियारिनों के साथ-साथ श्रद्धालुओं ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। श्रद्धालुओं के आने से नंदगांव-बरसाना की गलियां गुलजार होने लग गई हैं। हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां के मंदिरों में दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं। दोनों मंदिरों में संध्या के समय होने वाली समाज गायन श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। बरसाना के श्री जी मंदिर और नंदगांव के नंदबाबा मंदिर में प्रतिदिन सेवायतों द्वारा श्री विग्रहों को गुलाल लगाकर होली खिलाई जा रही है। उसी गुलाल को प्रसाद के रूप में पाकर श्रद्धालु भी मगन हो रहे हैं।
22 मार्च को बरसाना के श्रीजी मंदिर से नंदगांव के कृष्ण-बलराम को बरसाना में लठामार होली खेलने का न्योता मिलेगा। इसी दिन बरसाना में संध्या के समय लड्डू होली का आयोजन होगा। कई कुतंल लड्डू इस दिन बरसाए जाएंगे। 23 मार्च को श्रीकृष्ण रूपी पताका के साथ नंदगांव के हुरियारे बरसाना लठामार होली खेलने के लिए बरसाना पहुंचेंगे। 24 मार्च को फगुवा के बहाने एक बार फिर नंदगांव में लठामार होली खेली जाएगी। तीन दिवसीय राजकीय मेला लठामार होली को देखने आने वाले श्रद्धालु नंदगांव बरसाना पहुंचकर होटल, गेस्ट हाउस एवं धर्मशाला बुक कराने की तैयारी में लगे हुए हैं।