आगरा जिले में एक बार फिर टिड्डी दल का खतरा मंडराने लगा है। 50 करोड़ से अधिक टिड्डियां राजस्थान के धौलपुर जिले से आकर सैंया, लादूखेड़ा और पिनाहट क्षेत्र के गांवों के ऊपर से जाती दिखीं। इससे ग्रामीण दहशत में आ गए। उधर, कृषि विभाग ने टिड्डी दल के हमले की आशंका को देखते हुए किसानों को भी अलर्ट कर दिया है।
यह टिड्डी दल पाकिस्तान से राजस्थान होते हुए धौलपुर से सैंया, लादूखेड़ा और पिनाहट के करीब 15 से अधिक गांवों के ऊपर से गुजरा। पिनाहट क्षेत्र के गांव मानिकपुरा, बसई अरेला, महापुर, कांकरखेड़ा, नगलाभरी, बांके की ढारि, स्याहीपुरा, पुरा टीकम सिंह, सुताहरी, हुसैनपुरा, अर्जुनपुरा, गजोरा, सिकतरा आदि गांवों के ऊपर से टिड्डी दल देख किसानों ने खेतों पहुंच कर इन्हें भगाने शुरू किया।
तेज हवा और बारिश के कारण टिड्डी दल के यहां नहीं उतरने से किसानों ने राहत की सांस ली है। जिला कृषि अधिकारी डॉ. रामप्रवेश वर्मा ने बताया कि शाम ढलते ही टिड्डी खेतों में बैठने का खतरा होता है। यह अंधेरे में फसल नहीं खाते, ऐसे में जब यह बैठे तभी कीटनाशक छिड़काव कर दें। दिन में ड्रम, थाली बजाएं और शोर करें जिससे यह आगे की ओर बढ़ जाती हैं।
बीते माह से टिड्डी दलों से आगरा को खतरा बना हुआ है। अब तक चार टिड्डी दल आगरा की सीमा तक आकर मध्यप्रदेश की ओर चले गए, लेकिन यह पहला टिड्डी दल है, जो जिले से होकर गुजरा। इससे किसानों की चिंता बढ़ गई है।
जिला कृषि अधिकारी डॉ. रामप्रवेश वर्मा ने बताया कि यह ढाई इंच लंबे कीट हैं, हरी पत्तियों वाली फसल को चंद घंटे में खाकर नष्ट कर देते हैं। यह करोड़ों की संख्या में होते हैं, जब यह खेत में बैठते हैं तो दो किमी की लंबाई और चार किमी की चौड़ाई जमीन घेर लेते हैं।