ब्रज के ठाकुर द्वारिकाधीश को सोमवार को यमुना तट पर होली खेलते नजर लग गई। ठाकुर जी को नजर लगने पर सेहत नरम हुई तो मंदिर प्रबंधन ने नजर उतारने के इंतजाम किए। मंत्रोच्चारण के बीच पुजारी ने अग्नि पर रार फेंक कर द्वारिकाधीश की नजर उतारी।
वसंत पंचमी से लगातार ठाकुर द्वारिकाधीश मंदिर में होली महोत्सव मनाया जा रहा है। इसी क्रम में सोमवार को मंदिर परिसर में कृत्रिम यमुना बनाई गई। यहां ठाकुरजी ने पिचकारियों के माध्यम से रंगों की होली खेली।
होली खेलन लीला में ठाकुर द्वारिकाधीश महाराज ने भक्तों को चरण दर्शन भी दिए। सुबह मंदिर में रसिया गायन हुआ तो श्रद्धालुओं ने ठाकुर द्वारिकाधीश संग जमकर होली खेली और नृत्य किया। इसके बाद राजाधिराज नजरा गए और तबियत नरम हो गई।
पुजारी को ठाकुर जी को नजर लगने का इसका आभास हुआ। इस पर मंदिर प्रबंधन को सूचना दी गई और सायं को ठाकुर जी की नजर उतारने के इंतजाम किए गए।
मंदिर के समाधानी राजीव चतुर्वेदी ने बताया कि सायं छह बजे नजर उतारने के लिए पुजारी ने मंत्रोच्चारण किया और ठाकुर जी की प्रतिमा के सामने अग्नि जलाकर रार फेंकी गई। इससे नजर उतारी गई।